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डूंगरपुर के निजी अस्पताल में फर्जीवाड़ा, दूसरे डॉक्टर के नाम से किया जा रहा था मरीजों का इलाज - अस्पताल में फर्जीवाड़ा

डूंगरपुर की जीवन ज्योति अस्पताल में ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. आनंद मोहन कायथ के नाम से ऑपरेशन किए जा रहे थे. लेकिन डॉ. कायथ के नाम से कोई अन्य व्यक्ति डॉ. कायथ बनकर मरीजों का इलाज और ऑपेरशन कर रहा था.

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डूंगरपुर के निजी अस्पताल में दूसरे डॉक्टर के नाम से किया जा रहा था मरीजों का इलाज
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Published : Jun 2, 2021, 7:06 PM IST

डूंगरपुर. जिला मुख्यालय के एक निजी अस्पताल में कथित अनिमितताओं को लेकर सम्पर्क पोर्टल पर शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम बुधवार को जांच करने पहुंची. टीम ने निजी अस्पताल के रिकॉर्ड की जांच की तो कई अनिमितताओं का खुलासा हुआ. लेकिन पूरी असलियत जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आएगी.

पढे़ं: CM सिटी में खाकी शर्मसार, 6 लाख रुपए ठगी के मामले में 3 कांस्टेबल सहित थानाधिकारी निलंबित

राजस्थान सरकार के सम्पर्क पोर्टल पर अज्ञात व्यक्ति ने जीवन ज्योति अस्पताल में अनियमितताओं को लेकर शिकायत दर्ज की गई थी. इसमें ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. आनंद मोहन कायथ के नाम से ऑपेरशन किए जाने की शिकायत की गई. लेकिन मौके पर डॉ. कायथ के नाम से कोई अन्य व्यक्ति डॉ. कायथ बनकर मरीजों का इलाज और ऑपेरशन कर रहा है. जांच को लेकर चिकित्सा विभाग की ओर से डिप्टी सीएमएचओ डॉ. जयेश परमार और डॉ. योगेश सैनी समेत तीन सदस्यों की टीम जीवन ज्योति अस्पताल पंहुची.

डूंगरपुर के निजी अस्पताल में फर्जीवाड़ा

जब टीम अस्पताल में पहुंची तो डॉ. आनंद मोहन कायथ अस्पताल में नहीं थे और अस्पताल प्रशासन की ओर से बताया गया कि उन्होंने कल ही रिजाइन किया है. वहीं मौके पर ऑपेरशन थिएटर बन्द मिला, लेकिन मरीजों का रिकॉर्ड अस्पताल की ओर से दिया गया उसके अनुसार ओटी का रिकॉर्ड मैंटेन किया हुआ नहीं था.

इधर, अस्पताल में संचालित लेबोरेट्री भी बिना पैथोलोजिस्ट के ही चल रही थी. ऐसे में अस्पताल में होने वाली जांचों पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं. इसके अलावा अन्य अनिमितताओं की जांच के लिए अस्पताल के रिकॉर्ड की जांच की जा रही है. जांच अधिकारी डॉ. जयेश का कहना है कि दस्तावेजों की पूरी जांच के बाद ही सही तरह से गड़बड़ियों के बारे में कहा जा सकता है.

डूंगरपुर. जिला मुख्यालय के एक निजी अस्पताल में कथित अनिमितताओं को लेकर सम्पर्क पोर्टल पर शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम बुधवार को जांच करने पहुंची. टीम ने निजी अस्पताल के रिकॉर्ड की जांच की तो कई अनिमितताओं का खुलासा हुआ. लेकिन पूरी असलियत जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आएगी.

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राजस्थान सरकार के सम्पर्क पोर्टल पर अज्ञात व्यक्ति ने जीवन ज्योति अस्पताल में अनियमितताओं को लेकर शिकायत दर्ज की गई थी. इसमें ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. आनंद मोहन कायथ के नाम से ऑपेरशन किए जाने की शिकायत की गई. लेकिन मौके पर डॉ. कायथ के नाम से कोई अन्य व्यक्ति डॉ. कायथ बनकर मरीजों का इलाज और ऑपेरशन कर रहा है. जांच को लेकर चिकित्सा विभाग की ओर से डिप्टी सीएमएचओ डॉ. जयेश परमार और डॉ. योगेश सैनी समेत तीन सदस्यों की टीम जीवन ज्योति अस्पताल पंहुची.

डूंगरपुर के निजी अस्पताल में फर्जीवाड़ा

जब टीम अस्पताल में पहुंची तो डॉ. आनंद मोहन कायथ अस्पताल में नहीं थे और अस्पताल प्रशासन की ओर से बताया गया कि उन्होंने कल ही रिजाइन किया है. वहीं मौके पर ऑपेरशन थिएटर बन्द मिला, लेकिन मरीजों का रिकॉर्ड अस्पताल की ओर से दिया गया उसके अनुसार ओटी का रिकॉर्ड मैंटेन किया हुआ नहीं था.

इधर, अस्पताल में संचालित लेबोरेट्री भी बिना पैथोलोजिस्ट के ही चल रही थी. ऐसे में अस्पताल में होने वाली जांचों पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं. इसके अलावा अन्य अनिमितताओं की जांच के लिए अस्पताल के रिकॉर्ड की जांच की जा रही है. जांच अधिकारी डॉ. जयेश का कहना है कि दस्तावेजों की पूरी जांच के बाद ही सही तरह से गड़बड़ियों के बारे में कहा जा सकता है.

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