डूंगरपुर. दार्जिलिंग में बीएसएफ में तैनात प्रदेश के वागड़ अंचल के बांसवाड़ा जिले के निवासी जवान महेंद्र सिंह राणावत गुरुवार को ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए. जिसके बाद शहीद महेंद्र सिंह की पार्थिव देह यात्रा अपने पैतृक गांव जाते समय डूंगरपुर पहुंची. इस दौरान जिलेभर के रास्ते में वागड़ के लाल शहीद महेंद्र सिंह को लोगों ने श्रद्धांजलि दी. वहीं इस दौरान भारत माता और शहीद महेंद्र सिंह के जयकारे गूंज उठे. लोगों ने नम आंखों से शहीद महेंद्र सिंह को अपने पैतृक गांव के लिए विदाई दी.
बांसवाड़ा जिले के रोहनिया गांव निवासी महेंद्र सिंह राणावत दार्जिलिंग में बीएसएफ में तैनात थे. गुरुवार रात को ड्यूटी के दौरान बोर्डर पर बिजली गिरने से महेंद्र सिंह शहीद हो गए. रविवार सुबह वागड़ के लाल शहीद महेंद्र सिंह राणावत का पार्थिव देह अहमदाबाद के एयरपोर्ट पर पहुंचा. जिसके बाद बीएसएफ के जवान अपने साथी का पार्थिव देह लेकर बांसवाड़ा के लिए रवाना हुए. बांसवाड़ा जाते समय शहीद महेंद्र सिंह की पार्थिव देह यात्रा डूंगरपुर जिले से होकर गुजरी.
पैतृक गांव में किया जाएगा दाह संस्कार: राजस्थान-गुजरात के डूंगरपुर जिले के रतनपुर बोर्डर पर (Mahendra Singh of Banswara martyred in Darjeeling) शहीद महेंद्र सिंह की पार्थिव देह यात्रा पहुंचते ही रतनपुर पुलिस चौकी के जवानों ने शहीद महेंद्र सिंह को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद शहीद महेंद्र सिंह की पार्थिव यात्रा रतनपुर बोर्डर से रवाना हुई और विभिन्न गांवों से गुजरते हुए डूंगरपुर शहर पहुंची.
इस दौरान बिछीवाड़ा, कनबा और डूंगरपुर शहर के सिंटेक्स चौराहा, तहसील चौराहा, पुराना बस स्टैंड, शास्त्री मार्ग, नया बस स्टैंड, बिलड़ी, तीजवड़, हिराता, आतरी, वरदा, टामटीया, नंदोड़, सागवाड़ नगर में हजारों की संख्या में लोगों ने शहीद महेंद्र सिंह के पार्थिव देह को श्रद्धांजली दी. हर तरफ भारत माता और शहीद महेंद्र सिंह के नाम के जयकारे गूंज उठे. शहीद महेंद्र सिंह का उनके पैतृक गांव रोहनिया में राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.