डूंगरपुर. जिले में 4 सितंबर को कोविड अस्पताल के बरामदे में सागवाड़ा निवासी एक 90 वर्षीय वृद्ध महिला की इलाज के अभाव में मौत हो गई थी. मामले में अस्पताल प्रशासन और चिकित्साकर्मियों पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगे हैं. वहीं, घटनाक्रम को लेकर कई वीडियो भी वायरल हुए, तो मामले में जिला कलेक्टर की ओर से एडीएम के नेतृत्व में जांच कमेटी गठित की गई, जिसमें अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है.
मामले को लेकर जिला कलेक्टर कानाराम ने बताया कि सागवाड़ा निवासी कोरोना संक्रमित वृद्ध महिला की मौत के मामले में 3 स्तर पर लापरवाही उजागर हुई है. 4 सितंबर को जब 90 वर्षीय कोरोना संक्रमित वृद्धा को सागवाड़ा से डूंगरपुर शिफ्ट किया गया, तब हाई रिस्क पेशेंट होने की वजह से सागवाड़ा पीएमओ को जिला कोविड अस्पताल को सूचना देनी थी, जो कि सागवाड़ा पीएमओ द्वारा नहीं दी गई. हाई रिस्क पेशेंट को शिफ्ट करने के लिए ऑक्सीजन सहित अन्य सुविधायुक्त एम्बुलेंस होनी चाहिए थी और साथ में एक कंपाउंडर भी होना चाहिए था, लेकिन उस दिन खटारा एम्बुलेंस को बिना नर्सिंगकर्मी के भेजी गई.
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इधर जब वृद्ध महिला को जिला कोविड अस्पताल लाया गया, तब वहां हेल्प डेस्क बंद थी. साथ ही काफी देर तक वृद्ध महिला को किसी चिकित्साकर्मी ने अटेंड नहीं किया, जिसके चलते जिला कोविड अस्पताल अधीक्षक की लापरवाही भी मानी गई है. कलेक्टर कानाराम ने बताया कि पूरे मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट बनाकर प्रमुख शासन सचिव को भेज दी गई है और आगे की कार्रवाई सरकारी स्तर पर की जाएगी.