डूंगरपुर. जिले में उपद्रव की घटना के बाद राज्य सरकार ने एसपी जय यादव का तबादला कर दिया है. उनकी जगह पर जोधपुर आयुक्त मुख्यालय और यातायात में तैनात आईपीएस कालूराम रावत को डूंगरपुर की कमान सौंपी है. हालांकि, आईपीएस कालूराम रावत ने अभी तक जिले में जॉइन नहीं किया है, लेकिन इसे लेकर जिले में विरोध शुरू हो गया है. सोशल मीडिया पर एसपी कालूराम रावत को लेकर विरोध चल रहा है. जिसमें मंगलवार देर शाम तक कांग्रेस नेता भी शामिल हो गए. लेकिन यहां कांग्रेस दो धड़ों में बटती हुई नजर आई.
दरअसल, कांग्रेस के निवर्तमान जिलाध्यक्ष लोगों की भावना के अनुसार आईपीएस कालूराम रावत के जिले में पदस्थापन को लेकर विरोध कर रहे हैं. इसको लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है. वहीं, कांग्रेस का दूसरा धड़ा एसपी कालूराम रावत को ईमानदार और स्वच्छ छवि का बताकर उनके पदस्थान को सही ठहरा रहा है. लेकिन इसी बीच अब डूंगरपुर विधायक गणेश घोघरा ने भी सरकार के फैसले को सही बताया है.
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विधायक घोघरा ने कहा कि जिले में उपद्रव की घटना के बाद जिस तरह से हालात बने हैं, उसे नियंत्रित करने के लिए सरकार ने तमाम बिंदुओं पर विचार करने के बाद सही फैसला लिया है. जिसमें किसी भी व्यक्ति को विरोध करने की जरूरत नहीं है. एक आईपीएस अधिकारी किसी जाति या समाज से नहीं होता, उसके लिए कानून ही सबसे बड़ा है और वो कानून के अनुसार ही काम करता है. इसलिए सरकार ने जिसे नियुक्त किया है, उसे एक बार आने दें और उसके बाद वो कैसा काम करते है उसके आधर पर अपनी राय बनाएं.