डूंगरपुर. डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज में नर्सिंगकर्मियों से लेकर यूटीबी और एनजीओ कर्मचारियों के वेतन का मामला गहराता जा रहा है. हालात यह है कि नर्सिंगकर्मियों को दिवाली के बाद से वेतन नहीं मिला है तो वहीं प्लेसमेट कर्मचारियों को 10 महीने और यूटीबी कर्मचारियों को 4 महीने से सैलेरी नहीं मिली है, जबकि आगे होली का त्योहार है. ऐसे में कर्मचारियों के सामने आर्थिक संकट भी आ गया है लेकिन मेडिकल कॉलेज प्रबंधन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.
इसको लेकर नर्सिंग कर्मचारी गुरुवार को एकत्रित होकर जिला कलेक्ट्रेट पंहुचे, जहां कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर सैलेरी की समस्या बताई. नर्सिंग कर्मचारियों ने बताया कि उनकी नियुक्ति के बाद से हमेशा सैलेरी को लेकर समस्या रही है. मेडिकल कॉलेज की ओर से कभी भी समय पर सैलेरी नहीं दी जाती है.
उन्होंने बताया कि दिवाली के बाद से उन्हें सैलेरी का भुगतान नहीं किया गया है, जबकि 5 महीने का समय हो चुका है. प्राचार्य के पास जब भी जाते है तो वे आश्वासन देकर भेज देते है, लेकिन कभी भी समय पर सैलेरी नहीं मिली. पांच महीने से बकाया सैलरी के कारण उनके सामने आर्थिक समस्या आ रही है. नर्सिंगकर्मियों ने जल्द से जल्द बकाया सैलेरी दिलाने की मांग रखी है.
पढ़ें- दीया कुमारी ने फोन टैपिंग मामले में की CBI जांच की मांग, विश्वेंद्र सिंह ने किया रीट्वीट
डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज के तहत जिला अस्पताल में कार्यरत 120 नर्सिंग कर्मचारियों को पिछले साल दिवाली के बाद से सैलेरी नहीं मिली है. वेतन की मांग को लेकर नर्सिंगकर्मी पिछले दिनों आंदोलन पर उतर गए थे, लेकिन बाद में मौके पर पंहुचे मेडिकल कॉलेज प्राचार्य ने नर्सिंगकर्मियों से वार्ता करते हुए अगले 3 दिनों में सैलेरी दिलाने का आश्वासन दिया था. इसके बावजूद अब तक 120 नर्सिंग कर्मचारियों को 5 महीने की बकाया सैलेरी का भुगतान नहीं किया गया है. इससे कर्मचारियों में जबर्दस्त आक्रोश है.