डूंगरपुर. राजस्थान के अन्य जिलों की तरह डूंगरपुर में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. इसे लेकर बहुत सी आशंकाएं और डर हैं. हालांकि स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि तीसरी लहर को लेकर उनकी तैयारी पूरी है. इस वायरस को लेकर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ श्रीकांत असावा ने कहा है कि ओमीक्रोन के बाद वायरस नए रूप में आएगा इससे इनकार नहीं किया जा सकता.
ओमीक्रोन से डरने की जरूरत नहीं
डॉ असावा ने कहा कि हम तीसरी वेव का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है. इससे किसी भी व्यक्ति को डरने की आवश्यकता नहीं है. ओमीक्रोन में संक्रमण की कैपिसिटी ज्यादा है, लेकिन मरीजों में लक्षण बहुत ही कम हैं. तीसरी लहर में अब तक ऑक्सीजन की जरूरत नहीं दिख रही है. जिनको ओमीक्रोन का इंफेक्शन हो गया है या हो सकता है वे बहुत ही जल्द ठीक भी हो रहे हैं. इसलिए डरने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है.
कोविड 19 वायरस एक आरएनए वायरस है. आरएनए वायरस होने की वजह से इनमें जिनोम म्यूटेशन (Dungarpur Medical College Expert on RNA Virus Mutation) होना एक Natural Process है. इसकी शुरुआत पहले कोविड वायरस से हुई. फिर डेल्टा, डेल्टा प्लस, अब ओमीक्रोन वेरिएंट है. कुछ देशों ने रिसर्च के आधार पर आगे डेल्टा व ओमीक्रोन का कॉम्बिनेशन डेल्टाक्रोन(Dr Asawa discussed Deltacron in Dungarpur) की आशंका जताई है. इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि भविष्य में भी म्यूटेशन से वायरस नए रूप में आता रहे.
वैक्सीनेशन के साथ नियमों की पालना जरूरी
वैक्सीनेशन के लिए सरकार का आभार जताते हुए असावा ने कहा कि अन्य नियमों की पालना भी जरूरी है. लोगों को समझना होगा कि मास्क का उपयोग करना भी अनिवार्य है. सोशल डिस्टेंसिंग समेत सेनेटाइजर का उपयोग भी जरूी है. जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है या वैक्सीन से डर रहे हैं वे अपने डर को दूर करते हुए वैक्सीन लगवाएं.
देश मे 150 करोड़ की आबादी में से 135 करोड़ से ज्यादा लोगों ने वैक्सीन लगवा ली है. उनके अनुभव को देखकर बचे हुए लोग वैक्सीन लगवाएं. इससे खुद को और परिवार की भी रक्षा करें. डॉक्टर उम्मीद जताते हैं कि कोविड गाइडलाइन का पालन करने से कोरोना के खिलाफ लड़ाई जीत ली जाएगी.
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डूंगरपुर में दूसरी लहर के बाद सुविधाएं बढ़ीं
मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ श्रीकांत असावा ने कहा कि जब डेल्टा वेव आई थी उस समय सबसे बड़ी प्रॉब्लम ऑक्सीजन की कमी थी. वह मुश्किल और कठिन समय था. अब तीसरी लहर को लेकर तैयारियां पूरी हैं. डूंगरपुर हॉस्पिटल में 3 ऑक्सीजन प्लांट लग चुके हैं. 1 नगर परिषद के प्लांट का काम चल रहा है. 2 ऑक्सीजन लिक्विड प्लांट और स्वीकृत हुए हैं. उसके लिए भी इंजीनियरों की टीम ने जगह देख ली है और जल्द ही काम शुरू हो जाएगा.
पहले हमारे पास आईसीयू बेड की संख्या कम थी. अब 43 आईसीयू बेड की सुविधा है. तीसरी लहर में बच्चों में संक्रमण की संभावना जताई थी इसे देखते हुए 12 बेड के एनआईसीयू बेड की संख्या बढ़ाकर 22 हो गई है. 30 बेड के नया पीआईसीयू की स्वीकृति मिल गई है. 1 नई एलआईएस एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस मिल गई है. 2 बाइक एम्बुलेंस भी आ गई हैं.ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए हम तैयार हैं.