डूंगरपुर. जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक कार्यालय में इन दिनों कार्मिकों की जान को खतरा बना हुआ है. पिछले 10 दिन में मंगलवार को दूसरी बार कार्यालय के छत का प्लास्टर गिरा. गनीमत यह रही कि इस हादसे के समय वहां कोई मौजूद नहीं था. इस कारण कार्यालय में किसी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई. लेकिन इस कार्यालय की यह स्थिति हो गई कि हादसा कभी भी हो सकता है, जिससे यहां के लोगों में भय का माहौल बना रहता है.
मामले के अनुसार रोजाना की तरह ही जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक कार्यालय के कार्मिक मंगलवार सुबह जब कार्यालय पहुंचे. इसके बाद सभी अपना कामकाज कर रहे थे. तभी अचानक छत के प्लास्टर का बड़ा हिस्सा टूट कर नीचे आ गया. प्लास्टर नीचे गिरकर सीधे ही एक टेबल और आलमारी पर गिरा. जिससे टेबल, कांच और आलमारी टूट गया. इस दौरान हुए तेज आवाज के कारण सभी कर्मचारी भागकर बाहर निकल गए. घटना के दौरान छत के नीचे कोई नहीं होने से बड़ी घटना होने से टल गई.
पढ़ें- डूंगरपुर नगर परिषद की साधारण सभा की आखिरी बैठक में लिए गए कई अहम निर्णय
इधर, इससे पहले 17 जुलाई को भी इसी तरह से छत का प्लास्टर टूटकर गिरा था, जिसमें भी कार्मिक बाल-बाल बच गए थे. बार-बार हो रहे इन हादसों से कर्मचारी भय के साए में जी रहे हैं. इस संबंध में उन्होंने डीईओ को पत्र लिखकर जानमाल की रक्षा के लिए अन्य परिसर में बैठाने की मांग की है.
इस मामले में डीईओ गोवर्धनलाल यादव ने बताया कि सीडीओ कार्यालय में कई कक्ष खाली पड़े है. लेकिन उनमें ईवीएम मशीन रखी गई है. जबकि ईवीएम रखने के लिए गोकुलपूरा में वेयर हाउस बनाया गया है, जो बेकार में खाली पड़ा है. यदि ईवीएम वेयर हाउस में शिफ्ट कर दी जाए तो कर्मचारी भयमुक्त होकर सीडीओ कार्यालय में बैठ सकेंगे.