डूंगरपुर. जिले में अब तक 5 डेंगू के मामले सामने आए हैं और कई मरीज मलेरिया जैसी बीमारी से ग्रसित भी है, लेकिन डूंगरपुर जिला अस्पताल और सागवाड़ा अस्पताल में तीन साल से डेंगू की जांच की सुविधा तक नहीं है. इसका कारण यह है कि अस्पताल में डेंगू जांच की मशीन तो है लेकिन जांच के लिए जरूरी केमिकल नहीं होने से जांच नही हो पा रही है और मजबूरन लोगों को निजी लेबोरेट्री में पर जाना पड़ रहा है.
मेडिकल कॉलेज डूंगरपुर से संबंधित श्रीहरिदेव जोशी जिला अस्पताल में डेंगू जांच की सुविधा नहीं है. अस्पताल में डेंगू जांच के लिए एलाइजा मशीन तो है लेकिन डेंगू की जांच के लिए सबसे जरूरी रिएजेंट केमिकल नहीं है. इसलिए डेंगू बीमारी की जांच नहीं हो पा रही है. बता दें कि अस्पताल में 3 साल पहले एलाइजा मशीन आई थी लेकिन एक मशीन बिना जांच के ही खराब हो गई. इसके बाद भी नई मशीन खरीदी गई लेकिन केमिकल नहीं होने से जांच सुविधा शुरू नहीं हो सकी है.
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बता दें कि बारिश के बाद बदलते मौसम के कारण कई लोग मौसमी बीमारियों के साथ-साथ मलेरिया की चपेट में आ जाते है. इसके अलावा इस मौसम में डेंगू का प्रभाव भी ज्यादा रहता है. इसलिए गंभीर मरीजो को अस्पताल में डेंगू की भी जांच करवाई जाती है. अस्पताल में डेंगू जांच की व्यवस्था नहीं होने पर मरीजों को निजी लेबोरेट्री में जाना पड़ता है. जिससे उन्हें ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ता है. जिले में अब तक निजी लैब पर जांच में 5 डेंगू के मरीज चिन्हित हुए है.
वहीं डेंगू की जांच को लेकर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन से बात की गई तो उन्होंने बताया कि एलाइजा मशीन तो है लेकिन केमिकल की डिमांड की गई है. केमिकल आते ही डेंगू की जांच भी शुरू कर दी जाएगी. लेकिन देखना होगा कि कब तक केमिकल आता है और डेंगू जांच की सुविधा मिलती है.