डूंगरपुर. कोरोना वायरस की महामारी से देश और दुनिया जूझ रही है. इस दौरान लोग मदद के लिए आगे भी रहे हैं, लेकिन जिले में राशन डीलर गरीबों की राहत सामग्री पर भी डाका डालने से बाज नहीं आ रहे हैं, वहीं रसद विभाग लगातार इस पर कार्रवाई भी कर रहा है.
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रसद विभाग को दामड़ी राशन डीलर की ओर से राशन सामग्री वितरण में गड़बड़ी की लगातार शिकायत मिल रही थी. इस पर कार्यवाहक रसद अधिकारी विपिन जैन और प्रवर्तन निरीक्षक पुष्पेंद्र सिंह जांच के लिए पहुंचे. जांच में पाया कि दामड़ी राशन केंद्र पर 50 एपीएल कार्ड है, जो पिछले लंबे समय से राशन नहीं ले रहे थे, लेकिन राहत की राशन सामग्री आते ही ऐसे 40 राशन कार्ड के नाम से भी राशन सामग्री उठा ली गई थी, जिनमें 8 सरकारी कर्मचारी भी है.
रसद विभाग की टीम ने लोगों के घरों पर जाकर पड़ताल की तो राशन नहीं लेने की बात सामने आई. इस पर रसद विभाग ने डीलर भीमराज परमार का प्राधिकार पत्र निलंबित कर दिया है. वहीं उसके खिलाफ दोवड़ा थाने में राशन सामग्री के गबन का केस भी दर्ज करवाया गया है, जिसकी जांच की जा रही है.
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वहीं बस्सी कराता फला में भी राशन वितरण में गड़बड़ी की शिकायत रसद विभाग के पास थी. इस पर रसद विभाग की टीम ने जांच की तो पाया कि बस्सी कराता फला में अधिन राशन का वितरण किया जा रहा है. मौके पर जांच में लोगों को राशन सामग्री कम तौल कर दी जा रही थी. मौके पर मौजूद लोगों ने भी इस बात की पुष्टि की है. जिस पर उसका लाइसेंस भी निलंबित कर दिया है. वहीं बस्सी कराता फला राशन वितरण की जिम्मेदारी पंचायत की मांग पर देव सोमनाथ डीलर को दी गई.
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बता दें कि जिले में राशन वितरण में गड़बड़ी के अब तक 5 मामले सामने आ चुके हैं, जिस पर डीलर के लाइसेंस निलंबित कर दिए गए हैं. इससे पूर्व बोरी, भाटड़ा और नागरिया पंचेला के लाइसेंस भी निलंबित कर दिए गए हैं, जबकि भाटड़ा डीलर के खिलाफ केस भी दर्ज करवाया गया है.