आसपुर (डूंगरपुर). जिले के वागड़ प्रयाग और अलौकिक संत मावजी महाराज की तपोभूमि बेणेश्वर धाम पर रविवार को अखिल राजस्थान पुजारी महासंघ का उदयपुर संभाग स्तरीय सम्मेलन प्रदेशाध्यक्ष बलवंत वैष्णव के मुख्य आतिथ्य, बद्रीनारायण शर्मा की अध्यक्षता और चौखला अध्यक्ष मोतीराम बड़लिया, भगवानलाल सेवक, बांसवाड़ा जिलाध्यक्ष नरेंद्र शर्मा, भरतलाल सेवक, पन्नालाल सेवक के विशिष्ट आतिथ्य में सम्पन्न हुआ.
मुख्य अतिथि वैष्णव ने समाज को ऊपर उठाने समाजजनों से तन मन और धन के साथ आगे आने का आह्वान किया. वहीं, मंदिर माफी भूमि को पुजारी समाज के नाम करवाने सरकार से मांग रखने और उसे हर हाल पाने के लिए संघर्षरत रहने की बात कही. अतिथियों और वक्ताओं ने भी समाज को अग्रणी स्तर पर स्थापित करने कोई कसर नहीं छोड़ने और मंदिर डोली माफी भूमि को पुजारियों के नाम राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज करने और समाज के संगठन को मजबूती प्रदान करने समाज में फैली कुरीतियों को मिटाने और समाज में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रगति के पथ पर निरंतर समाज के बढ़ते कदम समाज को एक नया आयाम स्थापित करने की बात कही.
इस अवसर पर कांतिलाल शर्मा, जिला सलाहकार मंत्री जितेंद्र शर्मा, प्रदेश जिला तहसील कार्यकारिणी के सदस्य और बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे कार्यक्रम कि संचालन अजय सेवक बड़ोदा ने किया.
उदयपुर में सोमवार को आयोजित होगा सम्मान समारोह
उदयपुर में जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग की ओर से कल यानी सोमवार को बेणेश्वर धाम पर संभाग की जनजाति प्रतिभाओं के सम्मान समारोह का आयोजन जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया के मुख्य आतिथ्य में किया जाएगा. इस दौरान विभागीय समीक्षा बैठक भी आयोजित होगी.
टीआरआई निदेशक जितेन्द्र कुमार पाण्डे ने बताया कि बेणेश्वर धाम पर सोमवार को आयोजित होने वाला यह प्रतिभा सम्मान समारोह कोविड 19 प्रोटोकोल को ध्यान में रखते हुए लघु स्तर पर किया जा रहा है.
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समारोह में वर्ष 2019 में उल्लेखनीय उपलब्धि प्राप्त करने वाली 21 जनजाति प्रतिभाओं को मंत्री बामनिया की ओर से प्रतीक चिह्न और प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस साल प्रतिभा सम्मान समारोह के लिए 210 प्रतिभाओं का चयन योग्य आवेदन प्राप्त हुए है. सम्मान के तहत प्रोत्साहन राशि छात्र-छात्राओं के बैंक खातों में सीधे हस्तान्तरित की जाएगी. शेष विद्यार्थियों को रजिस्टर्ड डाक की ओर से प्रमाण पत्र और प्रतीक चिह्न निवास स्थान पर प्रेषित किए जाएंगे.