डूंगरपुर. स्वच्छ्ता सर्वेक्षण 2019 में डूंगरपुर छोटे शहरों में देशभर में तीसरे नंबर पर रहा तो सिटीजन फीडबैक में पहले स्थान पर रहा. अब 2020 के स्वच्छ्ता सर्वेक्षण में पहले नंबर के लिए डूंगरपुर में अभी से तैयारी शुरू कर दी गई है.
स्वच्छ्ता और सुंदरता के साथ पर्यटन को लेकर मशहूर डूंगरपुर जिले में इस बार स्वच्छ्ता सर्वेक्षण में एक नंबर पर आने में कुछ ही कमियां रह गई थी. लेकिन अगली नगर परिषद ने बार के लिए उन कमियों को अभी से दूर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
नगर सभापति केके गुप्ता ने बताया कि शहर में नॉन वेंडिंग जोन में बेतरतीब ढंग से बैठे ठेले और लारी वालों की वजह से शहर का ट्रैफिक प्रभावित होता है और सुंदरता भी बिगड़ रही है. ऐसे में नॉन वेंडिंग जोन में ठेले, लारी ओर केबिन लगाकर बैठे लोगों को हटाकर उन्हें दूसरी व्यवस्थित जगह पर बैठाया जाएगा. इसके लिए अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी.
गुप्ता ने कहा कि स्वच्छ्ता सर्वेक्षण में एक और कमी यूजर चार्ज को लेकर भी आई. गंदी राजनीति के कारण कुछ लोग यूजर चार्ज नहीं देते थे (पहले केवल 30 से 35 प्रतिशत लोग ही यूजर चार्ज देते थे), लेकिन इसके बाद नगर परिषद ने सख्ती बरती, जिससे लोग जागरूक भी हुए हैं और यूजर चार्ज देने लगे हैं. इन छोटी-छोटी कमियों को पूरा करने के बाद ही नगर परिषद डुंगरपुर स्वच्छ्ता सर्वेक्षण 2020 में पूरे देश मे पहले स्थान पर आएगा और इनके लिए तैयारी भी शुरू कर दी है.
डूंगरपुर शहर में नॉन वेंडिंग जोन की बात करें तो नगर परिषद ने कई जगह पर बोर्ड लगाए हैं, लेकिन शहर में जगह-जगह लारी, ठेले ओर सब्जी वाले बैठे हुए हैं, जिससे उनके आस-पास गंदगी भी होती है. वही मुख्य सड़क के किनारे ही लारी या सब्जी लेकर बैठने से शहर की सुंदरता भी खराब हो रही है और ट्रैफिक भी प्रभावित होता है. हालांकि इस पर कभी कभार कारवाई होती है, लेकिन इसके कुछ दिनों बाद ही लारी और सब्जी वाले फिर से सड़क किनारे या नॉन वेंडिंग जॉन में आकर ही बैठ जाते है.