डूंगरपुर. जिले की चौरासी विधानसभा सीट से बीटीपी के विधायक राजकुमार ने नई पार्टी के गठन का ऐलान किया है. उन्होंने कहा की बीटीपी से अब उनका कोई नाता नहीं है. वहीं उनकी नई भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) के गठन की प्रक्रिया चल रही है. जिसके बाद आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदेश के टीएसपी क्षेत्र की सभी 17 सीटों पर उनकी पार्टी अपने उम्मीदवार उतारेगी.
प्रदेश के आदिवासी डूंगरपुर जिले में पिछले विधानसभा चुनाव में चार सीटों में से दो सीटों पर जातिगत वोटो की राजनीति से भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के दो विधायक जीते थे. जिसमें चौरासी विधानसभा सीट से राजकुमार रोत विधायक बने थे और सागवाडा सीट से रामप्रसाद डिन्डोर ने जीत दर्ज करते हुए सबको चौंका दिया था. लेकिन विधायक बनने के बाद बीटीपी ने दोनों विधायकों की मंशानुरूप काम नहीं किया. जिससे अब दोनों विधायकों ने बीटीपी से अपना नाता तोड़ लिया है.
चौरासी विधानसभा सीट से विधायक राजकुमार रोत ने कहा कि अब उनका बीटीपी से उनका कोई लेना देना नहीं है. साथ ही कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव वे बीटीपी से नहीं लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि आदिवासी परिवार के कहने पर वे भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) का गठन कर रहे है जिसकी प्रक्रिया चल रही है. वहीं पार्टी के गठन के बाद आगामी विधानसभा चुनाव में प्रदेश के टीएसपी क्षेत्र की सभी 17 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. इसके साथ ही उनकी नई पार्टी आगामी विधान सभा चुनाव में अपनी जीत दर्ज करेगी.
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सीएम भी जानते हैं हमारा कितना है वजूद : विधायक राजकुमार रोत ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जब डूंगरपुर आए थे. तब उन्होंने कहा था की बीटीपी में हम दो विधायकों का कोई भविष्य नहीं है. ऐसे में उन्हें कांग्रेस में मर्ज हो जाना चाहिए. सीएम के इस वक्तव्य पर विधायक राजकुमार रोत ने पलटवार करते हुए कहा कि वे सीएम साहब को बताना चाहते है की अब हमारा बीटीपी से कोई सम्बन्ध नहीं है. लेकिन जहां तक वजूद की बात है तो उन्होंने कांग्रेस सरकार के अस्थिर होने पर उनकी मदद को याद दिलाया. साथ ही कहा कि हम दोनों विधायकों की वजह से ही आज उनका वजूद कायम है. वही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हमारे भविष्य की चिंता नहीं करें.