डूंगरपुर. जिले में साढ़े तीन साल पहले चाकू की नोंक पर एक युवती से दुष्कर्म के मामले में विशिष्ट पोक्सो कोर्ट ने आरोपी को दोषी करार देते हुए 10 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई है. साथ ही आरोपी पर 15 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है.
लैंगिग अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम एवं बाल अधिकार संरक्षण आयोग डूंगरपुर (विशिष्ट पोक्सो कोर्ट) के पीठासीन अधिकारी न्यायाधीश महेंद्र कुमार सिंहल ने मामले में सुनवाई पूरी करते हुए फैसला सुनाया है. विशिष्ट लोक अभियोजक भारतभूषण पंड्या ने बताया कि मामले में आरोपी पप्पू उर्फ मोतीलाल पुत्र शंकर कटारा निवासी मालपुर फला विजवामाता को आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत दोषी करार देते हुए 10 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई है. कोर्ट ने मामले में पीड़िता को विधिक सेवा प्राधिकरण के तहत पीड़ित प्रतिकर दिलाने की अनुशंषा भी की है.
बता दें कि 19 नवंबर 2016 को पीड़िता ने सदर थाने में एक रिपोर्ट दर्ज करवाई जिसमें बताया था कि उस दिन वह घर पर अकेली थी. आरोपी पप्पू उर्फ मोतीलाल उसके घर पर आया और पीने के लिए पानी मांगा. इसके बाद उसने धूम्रपान करने के लिए बीड़ी मांगी जिसे लेने के लिए पीड़िता घर मे गई तो आरोपी भी उसके साथ घर में घुस गया और जबरन दुष्कर्म किया. पीड़िता द्वारा चिल्लाने पर उसने चाकू दिखाते हुए जान से मारने की धमकी दी और फिर आरोपी ने उसके साथ दुष्कर्म किया. आरोपी ने किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी. इस मामले में कोर्ट ने बुधवार को सजा सुनाई है.