जयपुर: सर्दी से बचाव के लिए नगर निगम की ओर से शुरू किए गए रैन बसेरे अब अव्यवस्थाओं का शिकार हो गए हैं. हाल ही में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महानगर द्वितीय द्वारा किए गए निरीक्षण में कई रैन बसेरों में सफाई, सुरक्षा और अग्निशमन की व्यवस्था नदारद पाई गई. निरीक्षण के दौरान कई स्थानों पर कर्मचारियों की भी अनुपस्थिति थी, जिससे रैन बसेरों के संचालन में गंभीर कमी सामने आई है.
प्राधिकरण सचिव पल्लवी शर्मा ने 22 दिसंबर को शहर के विभिन्न स्थानों पर स्थित अस्थाई रेन बसेरों का निरीक्षण किया. उन्होंने दूध मंडी, शास्त्रीनगर, विद्याधर नगर और खासा कोठी पुलिया के पास बने अस्थाई रैन बसेरों का निरीक्षण किया. इस दौरान दूध मंडी स्थित रैन बसेरे में सफाई, पानी, सुरक्षा और अग्निशमन की व्यवस्था नहीं मिली. वहीं विद्याधर नगर का रैन बसेरा अभी बनकर तैयार नहीं हुआ, जिसके कारण जरूरतमंदों को परेशानी का सामना करना पड रहा है. इसी तरह खासा कोठी पुलिया के रैन बसेरे में पेयजल की व्यवस्था नहीं मिली.
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इसके बाद, 23 दिसंबर को पल्लवी शर्मा ने भांकरोटा स्थित रेन बसेरे का दौरा किया, वहां भी सफाई, सुरक्षा और अन्य आवश्यक सुविधाओं का अभाव था. इसके साथ ही, गोविंद देव जी के आश्रय स्थल में महिला शौचालय का गेट टूटा हुआ मिला. हसनपुरा पुलिया के नीचे बने रैन बसेरे में महिला गार्ड की व्यवस्था नहीं थी और शौचालय की भी कमी थी. इन अव्यवस्थाओं को लेकर प्राधिकरण पल्लवी शर्मा ने बताया की रैन बसेरों के हालात सुधारने और उचित व्यवस्था के लिए नगर निगम हेरिटेज के आयुक्त को पत्र लिखा गया है ताकि सर्दी के मौसम में जरूरतमंदों को सुरक्षित और सुविधा जनक आश्रय मिल सके.