धौलपुर (बसेड़ी). सरमथुरा उपखंड में वरौली के समीप बुधवार को नैरोगेज ट्रेन का इंजन डिब्बों को पटरी पर छोड़कर पांच किमी तक आगे निकल गया. इंजन से डिब्बों को अलग होते ही ट्रेन के डिब्बो में बैठे यात्री तेज आवाज सुनकर किसी हादसा होने की आशंका में चिल्लाते रहे. लेकिन ड्राइवर इंजन को पटरी पर दौड़ाता रहा.
ऐसे में यात्रियों ने डिब्बों के रूकने के बाद नीचे उतरकर पूरे मामले की जानकारी ली तथा गार्ड को इंजन को रूकवाने के लिए कहा. गार्ड के फोन पर ड्राइवर ने इंजन को रोका तथा वापस इंजन को लाकर डिब्बो से कनेक्ट किया.
वहीं यात्रियों ने ट्रेन के ड्राइवर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि हादसे के वक्त ट्रेन का ड्राइवर कान में ईयरफोन लगाकर गाने सुनने में मस्त था. उसे घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं थी.
ड्राइवर ने बताया कि इंजन और डिब्बों को कनेक्ट करने वाली क्लिप के टूट जाने के कारण ही यह हादसा हुआ है, जिसका पता लगते ही इंजन को रोककर वापस लौटाया गया.
जिससे ट्रेन एक घंटे लेट हो गई.
वरौली के समीप हादसा होने के कारण नेरोगेज ट्रेन करीब एक घंटा लेट हो गई, जिससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. सरमथुरा निवासी चांद खां ने बताया कि ट्रेन में बैठकर अधिकांश युवक परीक्षा देने के लिए जा रहे थे. जिन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. उन्होंने बताया कि इंजन वापस लौटने और डिब्बों को जोड़ने में करीब एक घंटे लग गए.