धौलपुर. जिले के ऐतिहासिक तीर्थराज मचकुंड पर सोमवार को सोमवती अमावस्या के दिन मचकुंड सरोवर में स्नान करने के लिए श्रद्धालु पहुंचे. लेकिन कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन ने पहले से ही तैयारियां कर ली थी. जिसके बाद पुलिस प्रशासन की टीम ने श्रद्धालुओं को समझाकर वापस लौटा दिया.
प्रशासन की ओर से जारी की गई गाइडलाइन के बावजूद भी समाज के लोग लापरवाह और गैर जिम्मेदार बने हुए हैं. जिले में लगातार कोविड-19 केसों की संख्या में इजाफा हो रहा है. जो प्रशासन और आमजन के लिए चिंता का विषय है. प्रशासन की रोक के बावजूद भी सोमवार को सोमवती अमावस्या के दिन जिले के श्रद्धालु एतिहासिक तीर्थराज मचकुंड के सरोवर में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे. लेकिन प्रशासन ने धार्मिक आयोजन मेला भीड़-भाड़ वाले समारोह पर प्रतिबंध लगाया है.
राज्य सरकार की गाइडलाइन की पालना करते हुए जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं से समझाइस की. उसके बाद श्रद्धालु वापस लौटे. जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने बताया पिछले एक हफ्ते में जिले में एक्टिव केसों की संख्या में इजाफा देखने को मिला है. जिसे लेकर जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग सतर्क है. लेकिन सरकार और प्रशासन के साथ आमजन को भी महामारी से लड़ने के लिए जिम्मेदारी निभानी होगी. राज्य सरकार ने गाइडलाइन जारी कर धार्मिक स्थल, पार्क, मेला और अन्य भीड़भाड़ वाले उत्सव पर रोक लगाई है.
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उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि समाज के लोग सरकार और प्रशासन की गाइडलाइन की सख्ती से पालना करें. बाहर निकलने पर मुंह को बांध कर रखें. साथ ही सामाजिक दूरी भी निर्धारित रखें, अनावश्यक और अकारण बाजारों में नहीं घूमे. उन्होंने बताया चिकित्सा विभाग की ओर से रैंडम सैंपलिंग कराई जा रही है. उसके साथ ही उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की ओर से जारी वैक्सीन अभियान में भी समाज के लोग जन सहभागिता निभाकर महत्वपूर्ण भूमिका अदा करें.