धौलपुर. जिले में जिला कलक्टर और एसपी की पहल से आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. इस शिविर में जिले की छात्राओं और महिलाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देकर विपरीत हालत में सख्ती से मुकाबला करने के गुर सिखाये जा रहे हैं.
महिला ट्रेनरों द्वारा स्कूल की अध्यापिकाओं और छात्राओं को शारीरिक और मानसिक रूप से परिपक्व बनाया जा रहा है. पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन ने इस नवाचार की शुरुआत की है. स्कूलों, कॉलेजों और बाजारों में बच्चियों के साथ छेड़छाड़ और अश्लील हरकत करने वाले मनचलों को सबक सिखाने के लिए बेटियों को फौलाद बनाया जा रहा है. जिससे किसी भी हालत और परिस्थिति में मुकाबला कर आत्मरक्षा की जाए.
महिला ट्रेनरों द्वारा गुड टच और बेड टच की भी बारीकी से जानकारी दी जा रही है. उसके साथ ही मुसीबत के समय बिना हथियार के आत्मरक्षा करने के तरीके बताये जा रहे हैं. जिसे लेकर बच्चियों में भारी उत्साह देखा रहा है.
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ईटीवी भारत से खास बातचीत में बच्चियों ने बताया, कि सेल्फ डिफेन्स का प्रशिक्षण लेकर गर्व महसूस हो रहा है. समय बदलने के साथ अब बेटियों और महिलाओं में भी बदलाव आ रहा है. बेटियां इस दौर में किसी से भी पीछे नहीं है.
बच्चियां सेल्फ डिफेन्स को बड़ा जरिया मान रहीं हैं. वह खूब मेहनत कर रही हैं. सेल्फ डिफेन्स प्रशिक्षण शिविर की जिले में शुरुआत की गई है. जिसमें जिले के करीब 5 सौ से ज्यादा राजकीय और निजी स्कूल की बच्चियों को महिला ट्रेनरों द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
धौलपुर जिले में सेल्फ डिफेन्स शिविर के अंतर्गत करीब 3 हजार से ज्यादा स्कूली छात्रा और महिलाओं ने भाग लेकर खुद को परिपक्व और संबल बनाया है. जिसे लेकर खासकर जिले की छात्राओं में भारी उत्साह और उमंग देखा जा रहा है.