धौलपुर. जिले के बाड़ी उपखंड पर नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड नंबर 27 में शास्त्री नगर मास्टर कॉलोनी में 19 जनवरी को एक बुजुर्ग बंदर की मृत्यु हो गई थी. इसके बाद आस्था वादी लोगों ने सनातन धर्म के मुताबिक बंदर का अंतिम संस्कार किया था. यही नहीं कॉलोनी वासियों ने बैंड बाजे के साथ बंदर की शव यात्रा भी निकाली थी. इसी क्रम में आस्थावादी कॉलोनी वासियों ने बंदर की आत्मशांति के लिए बुधवार को रामायण का पाठ कराया और विशाल भंडारे का आयोजन किया.
रामायण पाठ के साथ ही लोगों ने विधिविधान से पिंडदान कर बंदर का त्रयोदशी संस्कार भी किया. समाज में जहां कुछ लोगों को अंतिम समय के दौरान मुखाग्नि एवं अंतिम क्रिया की रस्म तक नसीब नहीं हो पाती है, वहीं बाड़ी उपखंड शहर के शास्त्री नगर मास्टर कॉलोनी में लोगों एक बंदर का अंतिम संस्कार कर नजीर पेश की है.
पूरा मामला यूं हुआ कि बाड़ी शहर के शास्त्री नगर मास्टर कॉलोनी में पिछले लंबे समय से एक बंदर घायल अवस्था में पड़ा हुआ था. बंदर की आंखों की रोशनी चले जाने पर आवारा कुत्ते उसे काट कर घायल कर दे रहे थे. कॉलोनी के लोगों ने बंदर को सुरक्षित स्थान पर रखा, लेकिन उपचार के दौरान 19 जनवरी को उसकी मौत हो गई. बंदर की मौत हो जाने पर आस्था वादी लोगों ने उसके अंतिम संस्कार की तैयारी की. कॉलोनी के लोगों ने एकत्रित होकर बैंड बाजों के साथ बंदर की शव यात्रा निकालकर अंतिम संस्कार को अंजाम दिया.
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इतना ही नहीं कॉलोनी के लोगों द्वारा जीव की मृत्यु होने पर उसकी जितनी रस्में निभाई जाती है, उनको बखूबी निभाया और उसके बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया. त्रयोदशी संस्कार की रस्म के दौरान ब्राह्मण भोज करा कर बंदर की आत्मा के लिए पिंडदान भी किया गया. कॉलोनी वासी लोगों द्वारा सनातन धर्म के मुताबिक जीव की मृत्यु होने पर जो रस्में अदा की जाती है उनको शास्त्रों के मुताबिक निभाया गया. बंदर की आत्मशांति के लिए श्रद्धालुओं ने दान पुण्य भी किया.
कार्यक्रम में बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा के साथ नगरपालिका मंडल चेयरमैन प्रतिनिधि होतम सिंह व वार्ड नंबर 27 शास्त्री नगर मास्टर कॉलोनीवासियों सहित शहर के गणमान्य नागरिक भी मौजूद रहे.