धौलपुर. विपक्षी सांसदों के निलंबन को लेकर शुक्रवार को प्रदेश भर में कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. इसका असर राजधानी जयपुर से लेकर तमाम जिलों में देखने को मिला. इस बीच धौलपुर में भी जिला कांग्रेस संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ता ने गांधी पार्क के समीप विरोध प्रदर्शन किया. हालांकि, इस प्रदर्शन में पार्टी कार्यकर्ताओं की संख्या सिमटी नजर आई.
दरअसल, 146 विपक्षी सांसदों के निलंबन के विरोध में शुक्रवार को कांग्रेस की ओर से संगठन के पदाधिकारियों व कार्यकर्ता ने देशव्यापी आंदोलन किया, जिसका असर धौलपुर में भी देखने को मिला. गांधी पार्क में जिला अध्यक्ष साकेत बिहारी शर्मा के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने धरना किया, लेकिन धरने में काफी कम लोग शामिल हुए. आलम यह रहा कि महज एक फर्श पर संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता सिमटे दिखे. करीब एक घंटे तक चले धरने के दौरान कांग्रेस के पदाधिकारियों ने केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा पर जमकर निशाना साधा.
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जिला अध्यक्ष साकेत बिहारी शर्मा ने कहा, ''भाजपा नीत केंद्र सरकार लगातार लोकतंत्र की हत्या कर रही है. भाजपा की नीति विपक्ष को कमजोर करने की है. हालांकि, लोकतंत्र को मजबूत करने में विपक्ष की मुख्य भूमिका होती है, लेकिन भाजपा की दमनकारी नीतियां विपक्ष को लगातार टारगेट कर रही है.''
संगठन का हुआ बिखराव : विधानसभा चुनाव के दौरान धौलपुर जिले के कांग्रेस संगठन का बिखराव हो गया था. बाड़ी विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा और बसेड़ी के पूर्व विधायक खिलाड़ीलाल बैरवा का टिकट कटने के बाद पार्टी के संगठन पदाधिकारियों ने भी इस्तीफा दे दिया था. जिला उपाध्यक्ष समेत ब्लॉक अध्यक्ष व संगठन के तमाम पदाधिकारियों ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था.
अजमेर में भी हुआ प्रदर्शन : अजमेर के शहर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से भी विरोध प्रदर्शन किया गया. जुलूस के रूप में प्रदर्शन करते हुए कांग्रेसी जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां उन्होंने राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर भारती दीक्षित को ज्ञापन सौपा. शहर जिला कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान अध्यक्ष विजय जैन ने कहा कि आजाद भारत में पहली बार ऐसा देखने को मिला है. दोनों सदन के 146 सांसदों का निलंबन आश्चर्य की बात है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से सविधान को तोड़ा मरोड़ा जा रहा है. साथ ही लोकतंत्र की हत्या की जा रही है.
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दौसा जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन : वहीं, दौसा में भी कांग्रेस कमेटी की ओर से जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेसी जिला कलेक्ट्रेट के बाहर जमा हुए, जहां उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान कांग्रेस जिला अध्यक्ष रामजी लाल औंढ़ ने कहा कि लोकसभा के अंदर सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक हुई. इसे लेकर कांग्रेस और विपक्ष के नेताओं ने सुरक्षा की मांग उठाई, लेकिन गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तानाशाही रवैया अपनाते हुए विपक्षी सांसदों को लोकसभा से निष्कासित करा दिया. इस लोकतांत्रिक व्यवस्था के अंदर इससे बड़ी तानाशाही और कुछ नहीं हो सकती है.
जैसलमेर में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं व नेता ने किया प्रदर्शन : जिला कांग्रेस कमेटी जैसलमेर की ओर से भी केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ जिला मुख्यालय स्थित हनुमान चौराहे के गांधी दर्शन स्थल पर प्रदर्शन किया गया. इस दौरान मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए जिलाध्यक्ष उम्मेदसिंह तंवर ने बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर पूरे प्रदेश में केंद्र की मोदी सरकार के अनैतिक नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया गया. तंवर ने आगे कहा कि केंद्र की की भाजपा नीत सरकार ने देश के लोकतंत्र पर प्रहार करते हुए संसद के दोनों सदनों से विपक्ष के सांसदों को निलंबित किया है जो कि सरासर गलत है.
हाथों में काली पट्टी बांधकर सड़क पर उतरे कांग्रेसी : प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर भीलवाड़ा जिला कांग्रेस अध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी की मौजूदगी में हाथों में काली पट्टी बांधकर पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने रेलवे स्टेशन के बाहर धरना प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में काफी कम भीड़ नजर आई. वहीं, मौके पर मीडियाकर्मियों से रूबरू हुए जिलाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने लोकतंत्र की हत्या की है, जिसके विरोध में कांग्रेसी सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किए.