बाड़ी (धौलपुर). क्षेत्र में राम मंदिर निर्माण निधि समर्पण समिति शाखा की ओर से स्थानीय सत्यनारायण धर्मशाला में राम मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में सर्मपण भाव से मंदिर निर्माण में सहयोग करने वाले भामाशाहों का अभिनंदन कर सम्मान किया गया.
कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम के संयोजक डॉ. शिवदयाल मंगल ने किया. कार्यक्रम का शुभारंभ मंचासीन अतिथियों की ओर से राम भगवान के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया गया. इस दौरान मठ मंदिर प्रमुख अंजनी पाराशर के नेतृत्व में मंचासीन अतिथियों को राम नाम का अंगवस्त्र भेंटकर, पुष्पमाला पहनाकर भव्य स्वागत सम्मान किया गया.
कार्यक्रम में उपस्थित ब्रह्मकमारी बहन अम्बिका ने कहा कि राम धर्म के मूर्तिमन्त स्वरूप है, वह भारत की आत्मा है, श्रीराम जन्म- भूमि पर भव्य राम मंदिर भारतीय मन की शाश्वत प्रेरणा है. इसके लिए राम भक्तों ने 492 वर्षों तक अनवरत संघर्ष किया है. अतीत के 76 संघर्षों में चार लाख से अधिक रामभक्तों ने बलिदान दिया. लगभग 36 वर्षों के सुसूत्र श्रृंखलाबद्ध अभियानों के फलस्वरूप संपूर्ण समाज ने लिंग, जाति, वर्ग, भाषा, सम्प्रदाय, क्षेत्र भेदों से ऊपर उठकर एकात्मभाव से राम मंदिर के लिए अप्रतिम त्याग और बलिदान किया. परिणामस्वरूप 9 नवंबर 1989 को राम जन्मभूमि पर शिलान्यास पूज्य संतों की उपस्थिति में अनुसूचित समाज के बंधु कामेश्वर चौपाल ने किया.
कार्यक्रम में जयपुर से पधारे सह प्रान्त प्रचारक बाबूलाल ने कार्यक्रम में उपस्थित जन को संबोधित कर कहा कि आस्था का यह विषय न्यायालयों की लंबी प्रक्रिया में फंस गया था. तथापि पौराणिक साक्ष्यों, पुरातात्विक-उत्खनन, राडार तरंगों की फोटो प्रणाली और ऐतिहासिक तथ्यों के आधार पर उच्चतम न्यायालय की पांच सदस्यीय पीठ ने 9 नवंबर 2019 को सर्वसम्मति से एकमत होकर निर्णय देते हुए कहा कि यह 14000 वर्ग फीट भूमि रामलला की है. सत्य की प्रतिष्ठा हुई, तथ्यों और प्रमाणों के साथ श्रद्धा, आस्था और विश्वास विजय हुई.
कार्यक्रम का संचालन कर रहे कार्यक्रम के संयोजक डॉ. शिवदयाल मंगल ने कहा किदान भारतीय सनातन समाज की पुरातन विशेषता रही है. विद्यार्थी, भिक्षु, वानप्रस्थी, सन्यासी को जीवनयापन हेतु संसाधन उपलब्ध कराना, मंदिर और तीर्थों में धर्मशाला और अन्य समाजोपयोगी स्थानों का निर्माण कराना, सहयोग करना, समाज के श्रीमन्तों का शाश्वत स्वभाव रहा है, यह सामाजिक कर्तव्य भी माना गया है.
कार्यक्रम मंच से की गई घोषणा इस प्रकार है
1. चेतनप्रकाश शर्मा और अनिल शर्मा- 1 लाख 1111 रुपए
2. डॉ. शिवदयाल मंगल- 5 लाख रुपए
3. जदुवीर सिंह गुर्जर- 5 लाख 51 हजार रुपए
4. मोती लाल मीणा- 5 लाख रुपए
5. बाल गणेश समूह बाड़ी- 3 लाख 51 हजार रुपए
6. गुप्त दान (बाड़ी)- 1 लाख 51 हजार रुपए
7. गुप्त दान (बाड़ी)- 1 लाख 11 हजार रुपए
8. ग्याप्रसाद शर्मा (सौंहा)- 1 लाख 11 हजार रुपए
9. रामवीर सिंह पोषवाल-1 लाख 1111 रुपए
10.जगदीश और भगवानदास बंसल- 1 लाख 1000 रुपए
11.राधेश्याम गर्ग एडवोकेट- 1 लाख 1000 रुपए
12. दामोदर बाड़ी- 1 लाख रुपए
13.दनगश परिवार (धीमरी सरपंच)- 1 लाख रुपए
14. डॉ पंकज सिंघल बाड़ी- 51 हजार रुपए