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धौलपुर में MP बॉर्डर से टिड्डी दल का प्रवेश, टिड्डी नियंत्रण के लिए टीमें रवाना

मध्य प्रदेश के चंबल बॉर्डर से धौलपुर के सरमथुरा इलाके में टिड्डी दल ने प्रवेश किया है. जिसको लेकर जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है. कृषि विभाग की तरफ से टिड्डी नियंत्रण दल मौके के लिए रवाना कर दिया है. फसल को बचाने के लिए स्प्रे, कीटनाशक दवा और अन्य उपकरण भेज दिए हैं.

Dholpur locust news, Rajasthan locust attack
धौलपुर में एमपी बॉर्डर से टिड्डी दल का प्रवेश
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Published : Jul 6, 2020, 10:24 PM IST

धौलपुर. जिले के सरमथुरा उपखंड इलाके में देर शाम टिड्डियों के दल ने मध्य प्रदेश सीमा से प्रवेश किया है. डांग क्षेत्र में टिड्डियों के दल का विशाल समूह घूमता रहा. टिड्डियों के दल के आने की खबर मिलते ही जिला प्रशासन हरकत में आ गया. टिड्डी नियंत्रण दल की टीम स्प्रे कीटनाशक दवा और अन्य उपकरण लेकर मौके के लिए रवाना हो गई. जहां टिड्डियों ने पड़ाव डाला है, वहां के लिए टिड्डी नियंत्रण दल रवाना हो गया है.

धौलपुर में एमपी बॉर्डर से टिड्डी दल का प्रवेश

टिड्डियों का विशाल समूह सरमथुरा उपखंड इलाके के गांव खुरदिया समेत करीब एक दर्जन गांव में पहुंचा तो ग्रामीणों में दहशत फैल गई. ग्रामीणों ने निजी स्तर पर ध्वनि प्रदूषण कर खेतों में आग का धुआं कर टिड्डियों के दल को भगाने का प्रयास किया. लेकिन रात्रि का अंधेरा होने के कारण टिड्डियों के दल ने डांग क्षेत्र में पड़ाव डाला है. इलाके के कुछ किसान खरीफ फसल की बुवाई कर चुके हैं. जिसमें प्रमुख रूप से बाजरा ,मूंग, उड़द, तिल आदि फसलें बोई गई हैं. फसल अभी खेतों में अंकुरित हो रही हैं. ऐसे में अगर टिड्डियों का दल बैठता है तो किसानों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है.

पढें- टिड्डियों के हमले से किसानों को बचाना पहली चुनौती, यह राजनीति का विषय नहीं: कृषि मंत्री

उधर कृषि विभाग के उपनिदेशक दयाशंकर शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि सरमथुरा इलाके में मध्य प्रदेश के चंबल बॉर्डर से टिड्डियों के विशाल समूह में प्रवेश किया है. कृषि विभाग की तरफ से टिड्डी नियंत्रण दल मौके के लिए रवाना कर दिया है. फसल को बचाने के लिए स्प्रे कीटनाशक दवा एवं अन्य उपकरण भेज दिए हैं. उसके अलावा निगरानी दल की टीम लगातार टिड्डियों के दल पर पैनी नजर बनाए हुए है.

पढें- Special: लुट रहा है किसान का कारवां.... 'राम' और 'राज' दोनों रूठे

वहीं ग्रामीणों को भी हिदायत दी गई है कि टिड्डियों के भारी झुंड को आने पर ध्वनि प्रदूषण करें. खेतों में आग का धुआं जलाएं, जिससे फसल को बचाया जा सके. जिले में पिछले 1 हफ्ते से लगातार टिड्डी दल का हमला देखा जा रहा है. जिससे किसानों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है.

धौलपुर. जिले के सरमथुरा उपखंड इलाके में देर शाम टिड्डियों के दल ने मध्य प्रदेश सीमा से प्रवेश किया है. डांग क्षेत्र में टिड्डियों के दल का विशाल समूह घूमता रहा. टिड्डियों के दल के आने की खबर मिलते ही जिला प्रशासन हरकत में आ गया. टिड्डी नियंत्रण दल की टीम स्प्रे कीटनाशक दवा और अन्य उपकरण लेकर मौके के लिए रवाना हो गई. जहां टिड्डियों ने पड़ाव डाला है, वहां के लिए टिड्डी नियंत्रण दल रवाना हो गया है.

धौलपुर में एमपी बॉर्डर से टिड्डी दल का प्रवेश

टिड्डियों का विशाल समूह सरमथुरा उपखंड इलाके के गांव खुरदिया समेत करीब एक दर्जन गांव में पहुंचा तो ग्रामीणों में दहशत फैल गई. ग्रामीणों ने निजी स्तर पर ध्वनि प्रदूषण कर खेतों में आग का धुआं कर टिड्डियों के दल को भगाने का प्रयास किया. लेकिन रात्रि का अंधेरा होने के कारण टिड्डियों के दल ने डांग क्षेत्र में पड़ाव डाला है. इलाके के कुछ किसान खरीफ फसल की बुवाई कर चुके हैं. जिसमें प्रमुख रूप से बाजरा ,मूंग, उड़द, तिल आदि फसलें बोई गई हैं. फसल अभी खेतों में अंकुरित हो रही हैं. ऐसे में अगर टिड्डियों का दल बैठता है तो किसानों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है.

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उधर कृषि विभाग के उपनिदेशक दयाशंकर शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि सरमथुरा इलाके में मध्य प्रदेश के चंबल बॉर्डर से टिड्डियों के विशाल समूह में प्रवेश किया है. कृषि विभाग की तरफ से टिड्डी नियंत्रण दल मौके के लिए रवाना कर दिया है. फसल को बचाने के लिए स्प्रे कीटनाशक दवा एवं अन्य उपकरण भेज दिए हैं. उसके अलावा निगरानी दल की टीम लगातार टिड्डियों के दल पर पैनी नजर बनाए हुए है.

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वहीं ग्रामीणों को भी हिदायत दी गई है कि टिड्डियों के भारी झुंड को आने पर ध्वनि प्रदूषण करें. खेतों में आग का धुआं जलाएं, जिससे फसल को बचाया जा सके. जिले में पिछले 1 हफ्ते से लगातार टिड्डी दल का हमला देखा जा रहा है. जिससे किसानों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है.

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