धौलपुर. राजस्थान में नया धौलपुर करौली टाइगर रिजर्व एरिया बनने जा रहा है. इसके लिए वाइल्ड लाइफ ने कवायद शुरू कर दी हैं. प्रदेश में बनाए जा रहे पांचवे टाइगर रिजर्व एरिया में धौलपुर और करौली जिले के करीब 100 गांव और ढाणी आ रहे हैं. इन गांव-ढाणियों को विस्थापित करने के लिए जल्द ही सर्वे का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. विभाग द्वारा विस्थापित परिवारों को जमीन या फिर मुआवजा राशि दी जायेगी. लेकिन जमीन अधिक नहीं होने पर मुआवजा राशि दी जायेगी.
वाइल्ड लाइफ के डीएफओ अनिल यादव ने बताया कि 1075 वर्ग किलोमीटर एरिया में बनाए जा रहे टाइगर रिजर्व की बाउंड्री वॉल की जानी है. टीम बना कर सर्वे भी किया जाना है. लेकिन अभी सर्वे के लिए टीम बनाई जा रही हैं. जिन लोगों की जमीन आवप्त की जाएगी, उनको दो पैकेज दिए जाएंगे. इनमें जमीन या कैश का विकल्प होगा. नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) ने विस्थापन के लिए दिए जाने वाली मुआवजा राशि को बढ़ाया है.
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा: टाइगर रिजर्व एरिया बनने से धौलपुर एवं करौली जिले में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. डीएफओ ने बताया मौजूदा वक्त में धौलपुर जिले के जंगलों में करीब 25 से 30 टाइगर हैं. इसके अलावा भालू एवं अन्य प्रजाति के जीव जंतु पाए जाते हैं. धौलपुर जिले के डांग क्षेत्र एवं जंगलों में टाइगर रिजर्व एरिया बनने की बड़ी सौगात मिली है. देश एवं विदेश के पर्यटक आकर्षित होंगे. पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ लोगों को रोजगार भी मुहैया हो सकेगा.