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बेलगाम बजरी माफिया : पुलिस टीम पर फायरिंग, बाल-बाल बचे सीओ सिटी

सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद राजस्थान में बजरी का 'काला' खेल खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. धौलपुर जिले में तो स्थिति और भी बुरा है. एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां बेखौफ बजरी माफिया ने सीओ सिटी सांखला पर जानलेवा हमला कर दिया. यहां जानिए पूरी कहानी...

Attack on Dholpur CO City
Attack on Dholpur CO City
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Published : Jan 3, 2023, 7:48 PM IST

सुरेश सांखला ने क्या कहा

धौलपुर. कोतवाली थाना इलाके के आगरा मुंबई-राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोमवार रात सीओ सिटी सुरेश सांखला पुलिस बल के साथ गश्त कर वापस लौट रहे थे. इसी दौरान हाईवे किनारे बजरी से भरा ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़ा दिखा, जिसके पास पुलिस पहुंच गई. लेकिन पुलिस के पहुंचने से पूर्व ही (Illegal Mining in Chambal River) बजरी माफिया ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर भगाने लगा. सीओ के चालक ने गाड़ी को ट्रैक्टर-ट्रॉली के पीछे लगा दिया, लेकिन बजरी माफिया ने सीओ की गाड़ी को साइड में टक्कर मार दी.

जिसके बाद करीब 5 किलोमीटर तक सीओ ने भारी पुलिस बल के साथ बजरी माफिया का पीछा किया. इसी दौरान मोरोली गांव के मोड़ के पास नथुआ पुरा के नजदीक टॉली तेज रफ्तार में बेकाबू होकर पलट गई. जब सीओ ने बजरी माफिया को पकड़ने का प्रयास किया तो बजरी माफिया ने फायरिंग कर दी. इस फायरिंग में (Dholpur CO City Barely Survived) सीओ बाल-बाल बच गए.

पढ़ें : धौलपुर में दिखा बजरी माफिया की रफ्तार का कहर, महिला मजदूरों से भरी टेंपो को मारी टक्कर... 2 की मौत 4 की हालत गंभीर

सीओ सुरेश सांखला ने बताया कि जिला पुलिस चंबल नदी से अवैध बजरी खनन की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चला रही है. बजरी माफिया पर (Terror of Gravel Mafia in Dholpur) अंकुश लगाने के लिए सोमवार रात पुलिस बल को साथ लेकर आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर गश्त किया जा रहा था. वापस लौटते वक्त हाईवे किनारे एक बजरी माफिया खड़ा दिखा. जब पुलिस बजरी माफिया के पास पहुंची तो ट्रैक्टर-ट्रॉली को लेकर भागने लगा.

जिसके बाद 3 पुलिस थानों की टीम बजरी माफिया के पीछे लग गई, लेकिन बजरी माफिया ट्रैक्टर-ट्रॉली को लहराते हुए मोरोली गांव की तरफ फरार होने लगा. उन्होंने बताया कि नथुआ का पुरा गांव के पास तेज रफ्तार में ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट गई. ऐसी अवस्था में जब बजरी माफिया को पकड़ने का प्रयास किया तो उसने फायरिंग कर दी. उन्होंने बताया कि डिफेंस में पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की और फायरिंग को अंजाम दिया. हालांकि, इस दौरान बजरी माफिया की फायरिंग में सीओ सुरेश सांखला बाल-बाल बच गए. सीओ ने बताया कि ट्रैक्टर-ट्रॉली को पुलिस ने कब्जे में लेकर बजरी माफिया के खिलाफ विभिन्न संगीन धाराओं में आपराधिक प्रकरण दर्ज किया है. सांखला ने आगे बताया कि बजरी माफिया को चिन्हित कर लिया गया है और जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.

बेलगाम हो रहे बजरी माफिया : गौरतलब है कि जिले में बदमाशों का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. सुप्रीम कोर्ट के प्रतिबंधित के बावजूद पुलिस चंबल नदी से अवैद बजरी खनन रोकने में नाकाम साबित हो रही है. धौलपुर में चंबल नदी के एरिया को सुप्रीम कोर्ट ने अभयारण्य घोषित कर रखा है. चंबल के परिक्षेत्र में घड़ियाल की संख्या अधिक होने के कारण यहां पूरी तरह से बजरी परिवहन पर प्रतिबंध लगाया हुआ है. उसके बावजूद बजरी माफिया निरंकुश और बेलगाम हो रहे हैं. पुलिस पर हमले करने के साथ आमजन को भी निशाना बना रहे हैं.

सुरेश सांखला ने क्या कहा

धौलपुर. कोतवाली थाना इलाके के आगरा मुंबई-राष्ट्रीय राजमार्ग पर सोमवार रात सीओ सिटी सुरेश सांखला पुलिस बल के साथ गश्त कर वापस लौट रहे थे. इसी दौरान हाईवे किनारे बजरी से भरा ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़ा दिखा, जिसके पास पुलिस पहुंच गई. लेकिन पुलिस के पहुंचने से पूर्व ही (Illegal Mining in Chambal River) बजरी माफिया ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर भगाने लगा. सीओ के चालक ने गाड़ी को ट्रैक्टर-ट्रॉली के पीछे लगा दिया, लेकिन बजरी माफिया ने सीओ की गाड़ी को साइड में टक्कर मार दी.

जिसके बाद करीब 5 किलोमीटर तक सीओ ने भारी पुलिस बल के साथ बजरी माफिया का पीछा किया. इसी दौरान मोरोली गांव के मोड़ के पास नथुआ पुरा के नजदीक टॉली तेज रफ्तार में बेकाबू होकर पलट गई. जब सीओ ने बजरी माफिया को पकड़ने का प्रयास किया तो बजरी माफिया ने फायरिंग कर दी. इस फायरिंग में (Dholpur CO City Barely Survived) सीओ बाल-बाल बच गए.

पढ़ें : धौलपुर में दिखा बजरी माफिया की रफ्तार का कहर, महिला मजदूरों से भरी टेंपो को मारी टक्कर... 2 की मौत 4 की हालत गंभीर

सीओ सुरेश सांखला ने बताया कि जिला पुलिस चंबल नदी से अवैध बजरी खनन की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चला रही है. बजरी माफिया पर (Terror of Gravel Mafia in Dholpur) अंकुश लगाने के लिए सोमवार रात पुलिस बल को साथ लेकर आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग पर गश्त किया जा रहा था. वापस लौटते वक्त हाईवे किनारे एक बजरी माफिया खड़ा दिखा. जब पुलिस बजरी माफिया के पास पहुंची तो ट्रैक्टर-ट्रॉली को लेकर भागने लगा.

जिसके बाद 3 पुलिस थानों की टीम बजरी माफिया के पीछे लग गई, लेकिन बजरी माफिया ट्रैक्टर-ट्रॉली को लहराते हुए मोरोली गांव की तरफ फरार होने लगा. उन्होंने बताया कि नथुआ का पुरा गांव के पास तेज रफ्तार में ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट गई. ऐसी अवस्था में जब बजरी माफिया को पकड़ने का प्रयास किया तो उसने फायरिंग कर दी. उन्होंने बताया कि डिफेंस में पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की और फायरिंग को अंजाम दिया. हालांकि, इस दौरान बजरी माफिया की फायरिंग में सीओ सुरेश सांखला बाल-बाल बच गए. सीओ ने बताया कि ट्रैक्टर-ट्रॉली को पुलिस ने कब्जे में लेकर बजरी माफिया के खिलाफ विभिन्न संगीन धाराओं में आपराधिक प्रकरण दर्ज किया है. सांखला ने आगे बताया कि बजरी माफिया को चिन्हित कर लिया गया है और जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.

बेलगाम हो रहे बजरी माफिया : गौरतलब है कि जिले में बदमाशों का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. सुप्रीम कोर्ट के प्रतिबंधित के बावजूद पुलिस चंबल नदी से अवैद बजरी खनन रोकने में नाकाम साबित हो रही है. धौलपुर में चंबल नदी के एरिया को सुप्रीम कोर्ट ने अभयारण्य घोषित कर रखा है. चंबल के परिक्षेत्र में घड़ियाल की संख्या अधिक होने के कारण यहां पूरी तरह से बजरी परिवहन पर प्रतिबंध लगाया हुआ है. उसके बावजूद बजरी माफिया निरंकुश और बेलगाम हो रहे हैं. पुलिस पर हमले करने के साथ आमजन को भी निशाना बना रहे हैं.

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