धौलपुर. जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल के निर्देशन में विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर की जांच के लिए शिक्षा अधिकारियों और उनकी टीम की ओर से निरंतर रूप से विद्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया जा रहा है.
ब्लॉक धौलपुर में मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी धौलपुर दामोदर लाल की ओर से ब्लॉक के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय खनपुरा, पटेवरी, राजकीय माध्यमिक विद्यालय कोटरा और राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सहरोन का आकस्मिक निरीक्षण किया गया.
राजकीय माध्यमिक विद्यालय कोटरा में 12 बजे तक अध्यापक उपस्थिति पंजिका की संस्था प्रधान की ओर से पूर्ति ना करना और ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज ना करने पर नाराजगी जताई और 3 अनुपस्थित शिक्षकों और संस्था प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी किए.
उन्होंने कोटरा, पटेवरी सहित राउमा विद्यालय सहरोन में निरीक्षण के दौरान विद्यार्थियों का अंग्रेजी, गणित और सामाजिक विज्ञान में स्तर अत्यधिक न्यून पाया गया. इसके लिए संस्था प्रधानों को कारण बताओ नोटिस जारी करने की कार्रवाई की.
उन्होंने हिदायत देते हुए कहा कि संस्था प्रधान स्वयं बैठे नहीं तो निरंतर कक्षा कक्षों में शिंक्षण कार्य का अवलोकन करें. साथ ही निरीक्षण कर न्यून स्तर वाले विद्यार्थियों को अतिरिक्त शिक्षण कार्य कराएं ताकि विद्यार्थियों के अधिगम स्तर में सुधार किया जा सके. उन्होंने संस्था प्रधानों को निर्देश देते हुए कहा कि यदि कोई शिक्षक शिक्षण कार्य में लापरवाही करता पाया जाता है या शिक्षण कार्य में लापरवाही बरतता है तो तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाएं साथ ही पालना रिपोर्ट मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में प्रस्तुत कर करें.
उन्होंने कहा कि कोरोनाकाल के बाद छात्रा छात्राओं की पढ़ाई और गुणवत्तापूर्ण शिक्षण का पूर्ण ध्यान रखा जाए ताकि बोर्ड परीक्षा सहित अन्य कक्षाओं में भी पढ़ाई का स्तर सुधर सके. उन्होंने संस्था प्रधानों को निर्देश देते हुए कहा कि बोर्ड परीक्षा परिणाम उन्नयन के लिए आवश्यक रूप से योजना वद्ध तरीके से टीम वर्क से कार्य करना शुनिश्चित करें.
कक्षा अध्यापक विद्यार्थियों की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करें और अनुपस्थित रहने वाले विद्यार्थियों के अविभावकों से विद्यार्थी की अनुपस्थिति का कारण जानें. समस्त संस्था प्रधान एसओपी की पालना सुनिश्चित करें.