धौलपुर. जिले भर में भक्त और श्रद्धालुओं ने सरोवर सहित मंदिरों पर धार्मिक अनुष्ठानो का आयोजन किया गया. श्रद्धालुओ ने सुबह जल्दी नित्यकर्मो से निवृत होकर मुचुकुन्द सरोवर एवं चम्बल नदी में स्नान कर सूर्य देव को अर्ग दिया और पूजा-अर्चना कर दान-पुण्य किया. मुचुकुन्द सरोवर में हजारो की संख्या में श्रद्धालुओं ने डुबकी लगा कर पूजा-अर्चना की.
भारत देश में गंगा नदी को सबसे पवित्र नदी का स्थान दिया गया है. गंगा की महत्ता को बताने वाला पर्व ही गंगा दशहरा है. महाराजा भागीरथ ने इसके लिए वर्षों तक तपस्या की थी. ज्येष्ठ शुक्ल दशमी के दिन गंगा धरती पर आई थी. पौराणिक मान्यता के मुताबिक गंगा दशहरा पर्व मनाने की परम्परा इसी समय से प्रारंभ हुई. इस दिन गंगा के पूजन का विशेष महत्त्व है.
गौरतलब है कि कलियुग में गंगा की पूजा और भक्ति के साथ स्नान करने पर मानव के समस्त पापों का नाश हो जाता है. सनातन धर्म में गंगा को सबसे शीर्ष स्थान दिया गया है. गंगा सभी श्रद्धालुओं की मनोकामना पूरी करती है.