धौलपुर. जिले के रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतरकर एक 12 वर्षीय बालक रोने लगा तो उससे चाइल्ड लाइन की टीम ने पूछताछ की तो वो गूंगे की एक्टिंग करने लगा. करीब एक घंटे तक टीम ने बालक के माता-पिता से लेकर उसके घर की जानकारी करनी चाही, लेकिन वो लगातार गूंगे की एक्टिंग करता रहा. लेकिन उसकी ये एक्टिंग ज्यादा देर तक नहीं चल सकी.
इसी दौरान दीवार से एक छिपकली नीचे गिर गई, जिसे देख बालक डर गया और बचाओ करके चिल्लाकर भागा. जिसके बाद टीम ने बालक से पूछताछ की तो उसे फिर पूरी सच्चाई बतानी पड़ गई. बाल कल्याण समिति सदस्य गिरीश गुर्जर ने बालक को बाल संप्रेक्षण गृह में प्रवेशित करवाकर परिजनों को बुलाया है.
बाल कल्याण समिति सदस्य गिरीश गुर्जर ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन के आते ही पैसेंजर गेट के पास एक बालक खड़ा होकर रो रहा था. जिसे रोता हुआ देख चाइल्ड हेल्प लाइन के सरनाम सिंह ने पूछा तो वो गूंगे की एक्टिंग करने लगा. चाइल्ड हेल्प लाइन टीम ने अनुमान लगाया कि गूंगा बालक घर से भटक गया है. जिसके बाद उन्होंने बाल कल्याण समिति सदस्य गिरीश गुर्जर को सूचना देकर बालक को उनके पास ले गए.
सदस्य गिरीश गुर्जर ने बताया कि करीब एक घंटे तक बालक से परिवारीजनों और उसके घर के बारे में जानकारी ली, लेकिन वो एक्टिंग करता रहा, जिसके बाद बालक की बात को समझने के लिए विशेषज्ञों को बुलाने की तैयारी की गई. लेकिन इसी दौरान दीवार से एक छिपकली गिरी, जिसे देख बालक बचाओ करके चिल्लाया और भागने लगा. इसके बाद उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि वो एमपी के शहडोल जिले का रहने वाला है. बालक को ट्रेन में उसके दोस्तों ने बैठाया कहा कि गूंगा बना रहेगा तो कोई नहीं पकड़ेगा.
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समिति सदस्य गुर्जर ने बताया कि बालक को ट्रेन में उसके दोस्तों ने बैठाया था. ट्रेन में बैठाते समय दोस्तों ने कहा था कि टिकट चेक करने वाले या पुलिस आए तो गूंगा बन जाना. अगर वो ऐसा करेगा तो उसे कोई नहीं पकड़ेगा. जिसके बाद बालक गूंगे की लगातार एक्टिंग करता रहा. बाल कल्याण समिति सदस्य ने बताया मामले से परिजनों को अवगत करा दिया है. परिजनों के आने पर बच्चे को सुपुर्द किया जाएगा.