धौलपुर. पिछले दिनों बाड़ी कस्बे में बिजली विभाग के कर्मचारियों के साथ हुए घटनाक्रम के बाद उनमें भय का (AEN JEN assault case in Dholpur) माहौल है. विभाग के कर्मचारियों ने कार्यालय में काम बंद कर दिया है. इसी क्रम में शुक्रवार को जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने अधीक्षण अभियंता के कार्यालय पहुंच कर अधिकारियों से चर्चा कर हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया. उन्होंने कहा कि जो भी हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है. सभी कार्मिक भयमुक्त वातावरण में कार्य करें. उन्होंने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से फोन पर बात कर पुलिस जाप्ता लगाने के निर्देश दिए. जिससे अधिकारी कर्मचारियो में व्याप्त भय को दूर किया जा सके.
उन्होंने उपखंड अधिकारी बाड़ी को बिजली विभाग कार्यालय में जाकर अधिकारियों और कर्मचारियों को मानसिक रूप से सम्बल प्रदान करने के निर्देश दिए. जिससे कर्मिक भयमुक्त होकर काम कर सकें और माहौल को सामान्य रूप से पटरी पर लाया जा सके. उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के कर्मचारियों ने कोरोना काल में दिन रात निर्बाध रूप से कार्य कर आमजन की सेवा की थी. वर्तमान दौर में भी अधिकारी, कर्मचारी पूरी निष्ठा के साथ कार्य कर रहे हैं. पारस्परिक सौहार्द का माहौल विकसित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो.
मुख्यमंत्री ने दोषियों पर कार्रवाई के दिए आश्वासन: अधिकारी तथा कर्मचारी आमजन की समस्याओं का संवेदनशीलता के साथ निराकरण करें. इस मामले पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वयं नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी हालत में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. जिला कलेक्टर ने सभी से सौहार्दपूर्ण वातावरण में कार्य करने की अपील की.
ये है पूरा मामला: 28 मार्च को बाड़ी डिस्कॉम उपखंड कार्यालय में एईएन व जेईएन के साथ ही एक्सईएन सहित कई कर्मचारी और काफी संख्या में उपभोक्ता मौजूद थे. तब वहां सेटलमेंट कमेटी की बैठक चल रही थी. इसी दौरान विधायक और उसके साथ 10 से 15 लोग बंदूक और लाठियां लेकर वहां पहुंचे और अधिकतर कर्मचारियों को बाहर कर दिया. इसके बाद वहां एईएन व जेईएन पर विधायक और उसके समर्थकों ने डंडो से जानलेवा हमला किया. इस मारपीट में एईएन को 22 फेक्चर आए हैं और वही स्थिति जेईएन की है. विधायक की मौजूदगी में उनके समर्थकों और खुद विधायक ने एईएन का मुंह अपने जूते से दबाया था. इस हमले के बाद डिस्कॉम इंजीनियर ने एफआईआर दर्ज कराई थी जिसमें विधायक का भी नाम शामिल है.