धौलपुर. कोरोना वायरस का बढ़ता संक्रमण देश में लगातार बढ़ता ही जा रहा है. देश में प्रतिदिन कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. वहीं, इन हालातों को देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से देशव्यापी लॉकडाउन किया गया है, जिसके चलते गरीब और असहाय लोगों को सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में इन जरूरतमंंदों की सहायता के लिए क्षेत्रीय भामाशाह, जिला प्रशासन और सरकार अपने-अपने स्तर पर लोगों को सहायता मुहैया करा रहे है. ऐसे में धौलपुर की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने कोरोना की इस जंग में अपनी जिम्मेदारी को समझा है और श्रमिकों के लिए मास्क बनाने का जिम्मा उठाया है.
स्वयं सहायता समूह की महिलाएं करेंगी 5 लाख मास्क का वितरण
धौलपुर की राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क बनाने का बीणा उठाया है. ये महिलाएं एक-दो हजार नहीं, बल्कि पूरे 5 लाख मास्क बनाएंगी. जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल की पहल पर शुरू किए गए 'मास्क बनाओ अभियान' का आगाज सीएलएफ मैनेजर मधु शर्मा के नेतृत्व में किया गया है. इसके साथ ही प्रशासन की ओर से गांव-गांव जाकर महिलाओं को मास्क बनाने के लिए कॉटन का कपड़ा उपलब्ध कराया जा रहा है. वहीं, इन महिलाओं की ओर से मास्क बनाते समय सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूर्णतया ध्यान रखा जा रहा है.
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- मास्क बनाने के लिए महिलाओं को दिया जाएगा मानदेय...
प्रशासन की ओर से किए गए इस पहल पर मास्क बना रही इन महिलाओं को मानदेय भी दिया जाएगा. ऐसे में इन महिलाओं को घर बैठे रोजगार भी मिला है.
- मनरेगा श्रमिकों में होगा मास्क का वितरण
स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की ओर बनाए इस मास्क का वितरण अधिकांश तौर पर मनरेगा श्रमिकों में किया जाएगा. इसके साथ ही बनाए गए इन मास्कों को चिकित्सा विभाग, प्रशासन और समाज के लोगों में भी वितरित किया जाएगा. कोरोना की इस लड़ाई में जिले की स्वयं सहायता समूह की महिलाएं कूद पड़ी है.
सीएलएफ मैनेजर मधु शर्मा ने बताया कलेक्टर की पहल पर 'मास्क बनाओ अभियान' की शुरुआत की गई है, जिसके तहत गांव-गांव जाकर ग्रामीण अंचल की महिलाओं को अच्छी क्वालिटी का कॉटन कपड़ा और धागा उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके तहत गांव में महिलाओं के दल भी बनाए गए हैं. वहीं, महिलाओं मास्क बनाते समय सोशल डिस्टेंसिंग का भी खासा ध्यान रख रही है और सभी एक-दूसरे से दूरी बनाकर ही काम रही है. इसके साथ ही महिलाएं मास्क बनाते समय खुद भी मास्क लगाकर काम कर रही है और लोगों में कोरोना से बचाव के लिए जागरूकता का संदेश दे रही है.
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मैनेजर मधु शर्मा ने बताया मास्क बनाने के एवज में महिलाओं को सरकार की तरफ से मानदेय भी दिया जाएगा. ऐसे में महिलाओं को घर बैठे खुद का रोजगार सृजित होने के साथ ही परोपकार का लाभ उठाने का भी मौका मिला है. ग्रामीण अंचल की महिलाएं पूरे मनोयोग के साथ घर बैठे मास्क बना रही हैं. साथ ही बताया कि एक महिला 1 दिन में करीब 60 से 70 मास्क तैयार कर रही है. लगभग 10 महिलाओं के समूह की ओर से एक दिन में करीब हजार मास्क तैयार किया जा रहा है, जो महिलाओं के लिए रोजगार का बड़ा मौका मिला है.
इसके साथ ही कोरोना की इस लड़ाई में धौलपुर की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने मास्क बनाने का काम शुरू कर दिया है. वहीं, ग्रामीण अंचल की महिलाओं ने आमजन से अपील करते हुए कहा है कि सरकार की ओर से जारी किए गए लॉकडाउन का सभी पालन करें. इसके साथ ही कहा कि अनावश्यक कारणों से घरों से बाहर नहीं निकले और समाज में सोशल डिस्टेंस बनाए रखें, जिससे कोरोना महामारी को फैलने को रोका जाए और इस पर विजय प्राप्त किया जा सके.