दौसा. प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष के पद से सचिन पायलट के हटाए जाने के बाद उनके समर्थकों में गुस्सा व्याप्त है. हालांकि पायलट के बीजेपी में शामिल होने की बात पर उन्होंने साफतौर से इनकार किया है.
बुधवार को पायलट समर्थक और कांग्रेसियों ने दौसा में बैठक की. बैठक के बाद करीब 45 कांग्रेसियों ने अपने पदों से और पार्टी की सदस्यता से इस्तीफे दे दिए. कांग्रेसियों का कहना था कि सचिन पायलट दौसा से सांसद बने थे और वे प्रदेश कांग्रेस कमेटी में अध्यक्ष थे. ऐसे में दौसा के लिए यह गौरव की बात थी, लेकिन राजनीतिक घटनाक्रम के बीच उन्हें बर्खास्त कर दिए जाने से दौसा के कांग्रेस कार्यकर्ता आहत हुए हैं. इसी के चलते इस्तीफे दिए जा रहे हैं.
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इस बैठक से पहले एक घटनाक्रम और हुआ जब बैठक में जिलाध्यक्ष रामजीलाल ओढ़ नहीं पहुंचे. ऐसे में कांग्रेसियों ने इस बात की तहकीकात की तो पता चला कि पुलिस उन्हें घर से ले गई. बताया जा रहा है कि पुलिस ने कानून व्यवस्था के चलते उन्हें जयपुर भिजवा दिया है. वहीं कांग्रेसियों का कहना है कि पुलिस ने गहलोत सरकार के कहने पर जिलाध्यक्ष रामजीलाल ओढ़ को हिरासत में ले लिया है.