दौसा. विधाता इस बार धरतीपुत्र पर बार-बार कहर पर कहर बरपाने में लगा हुआ है. पहले कोरोना फिर टिड्डी दल का हमला फिर बारिश की कमी तो अब किसानों की फसल पककर कटने का समय आया तो एक बार फिर बारिश ने आकर किसानों की पक्की फसल को चौपट कर दिया.
किसानों की फसल इस समय पूरी तरह पककर काटने लिए तैयार है तो कहीं कटने के बाद खेतों में पड़ी है. ऐसे में गुरुवार दोपहर बाद सिकराय विधानसभा क्षेत्र के कई गांव में आई बारिश ने किसानों की पक्की फसल को भिगोकर तहस-नहस कर दिया. सिकराय के आसपास आधार दर्जन गांवों में गुरुवार दोपहर बाद हुई बारिश ने किसानों की पकी पकाई मेहनत पर पानी फेर दिया है. गत दिनों फड़का और लट प्रकोप ने बाजरे की फसलों में भारी नुकसान कर दिया है.
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खेतों में बाजरे की कटी बालियां बारिश के पानी में तरती नजर आई. जिसे देख किसानों की आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. सिकराय के आसपास के 6 से ज्यादा गांवों में फसलों का नुकसान की खबर है. किसानों का कहना है कि इस समय बाजरे की तैयार फसल की कटाई चल रही है. बारिश से बाजरे की तैयार कटी हुई फसल को नुकसान हुआ. बारिश से बाजरे की फसल भीगी गई है, जिससे किसानों पर संकट का पहाड टुट पडा. बे-मौसम हो रही बरसात कुदरत का कहर बनकर बरसी बारिश ने किसानों को चिंता बढा दी है.