दौसा. कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए जिलावासियों ने देश की इस जंग में पूरी तरह साथ निभाया, जिसके चलते रविवार को दौसा जिला पूरी तरह शटडाउन रहा. रविवार को जिले में पूरी तरह कर्फ्यू रहा, जिसके चलते सभी प्रतिष्ठान और आवागमन के साधन पूरी तरह बंद रहे.
बताया जा रहा है कि कोरोना इमरजेंसी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से घोषित किया गया जनता कर्फ्यू के आह्वान का व्यापक असर देखने को मिला है. जिले के बाजार जनता कर्फ्यू के दौरान पूरी तरह बन्द रहा. जिले भर में मेडिकल स्टोर को छोड़कर अन्य आवश्यक सेवाओं की दुकानें भी बंद रही. बंद के चलते खाद्य पदार्थ के दुकानदारों ने भी जनता कर्फ्यू में साथ दिया और प्रतिष्ठान बंद रखें.
जिला मुख्यालय पर ही नहीं, बल्कि उपखंड स्तर और ग्रामीण स्तर पर भी जनता कर्फ्यू का जबरदस्त असर देखने को मिला. गांवो में भी प्रतिष्ठान बंद रहे और जनता अपने घरों में ही रही. वहीं राज्य सरकार ने भी 31 मार्च तक लॉक डाउन करने का आदेश जारी कर दिया है. ऐसे में लोगों का कहना है कि वे 31 मार्च तक घरों से बाहर नहीं निकलेंगे.
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हालांकि राज्य सरकार के लॉक डाउन करने के आदेश के बाद प्रशासन भी थोड़ा सख्त हो गया और आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को सख्ती से अपने प्रतिष्ठान बंद रखने के निर्देश दिए. वहीं रविवार के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए जनता कर्फ्यू के आह्वान पर लोग पूरी तरह कोरोना वायरस को खत्म करने की इस जंग में शामिल हुए. सभी जिलेवासी अपने-अपने घरों में पूरी तरह कैद हैं जिसके चलते जिले भर में सन्नाटा पसरा हुआ है.