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विरोध: राजस्थान में पेट्रोल पर बढ़े हुए वैट को कम करने की मांग, दौसा में करीब 80 लाख का कारोबार हुआ प्रभावित - धौलपुर न्यूज

प्रदेश में बुधवार को राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के तहत एक दिवसीय पेट्रोल पंपों की हड़ताल रखी गई. इसके चलते वाहन चालकों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा. वहीं पेट्रोल पंप संचालकों ने राज्य सरकार से वैट कम करने की मांग को लेकर पेट्रोल पंप को बंद रखा.

पेट्रोल पंप बंद, Petrol Pump Closed
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Published : Oct 23, 2019, 8:39 PM IST

Updated : Oct 23, 2019, 10:50 PM IST

दौसा. जिले में पेट्रोल पंपों की बुधवार को एक दिवसीय हड़ताल रही, जिसके चलते सभी पेट्रोल पंप बंद रहे. पेट्रोल पंप बंद होने से आम लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा. ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले अधिकांश लोगों को पेट्रोल पंप बंद होने की जानकारी नहीं होने के चलते वो पेट्रोल पंप पर पहुंच गए, यहां से उन्हें निराश लौटना पड़ा.

पेट्रोल पंपों की हड़ताल से जिले में 80 लाख का कारोबार प्रभावित

हड़ताल को लेकर लोगों का कहना है कि उन्हें हड़ताल के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. इसके चलते उन्हें पहले डीजल, पेट्रोल का स्टॉक नहीं किया. ऐसे में अचानक पेट्रोल खत्म हो जाने से काफी असुविधा का सामना करना पड़ा.

पढ़ेंः भीलवाड़ा में दुष्कर्म के आरोपी को 20 साल की सजा, 50 हजार जुर्माना

पेट्रोल पंप संचालक लोकपाल सिंह का कहना है कि यह प्रदेश व्यापी पेट्रोल पंप हड़ताल है. राज्य सरकार द्वारा डीजल पेट्रोल पर अन्य राज्यों की तुलना में अधिक वैट वसूला जा रहा है, जिससे पेट्रोल अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान में लगभग 6 रुपये लीटर महंगा है तो डीजल 9 रुपये लीटर महंगा बिक रहा है. इससे पेट्रोल पंप संचालकों के साथ-साथ आम जनता पर भी महंगाई की मार पड़ रही है.

उन्होंने आगे कहा कि एक दिवसीय हड़ताल के चलते जिले में डीजल और पेट्रोल का तकरीबन 80 लाख रुपए का व्यापार प्रभावित हुआ है. यदि हड़ताल से सरकार हमारी मांगे मान लेती है तो संचालकों से अधिक फायदा आमजन को होगा. राज्य सरकार को डीजल और पेट्रोल के लिए वैट में कमी लाकर पेट्रोल पंप संचालकों के साथ-साथ आमजन को भी राहत प्रदान करनी चाहिए.

धौलपुर में भी दिखा बंद का असर

राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के आह्वान पर बुधवार को जिले भर में पेट्रोल पंप बंद रहने से वाहन चालकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा. वाहन चालक पेट्रोल पंप पर डीजल-पैट्रोल लेने पहुंचे लेकिन, वहां से उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा. बता दें कि सरकार से वैट कम करने की मांग पर बुधवार सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक के लिए पेट्रोल पंप बंद रहे.

पेट्रोल पंपों की हड़ताल से बढ़ी आमजन की परेशानी

हड़ताल के चलते राजस्थान में करीब साढ़े चार हजार पेट्रोल पंपों पर ताला लगा रहा. एसोसिएशन के पदाधिकारी जयंत मोदी के मुताबिक राजस्थान में अन्य राज्यों के मुकाबले वैट ज्यादा होने के कारण पड़ोसी राज्यों के मुकाबले पेट्रोल और डीजल की खपत कम हो रही है. इससे न सिर्फ पेट्रोल पंप संचालकों को बल्कि सरकार को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है.

पढ़ेंः भाजपा के विधायक की फिसली जुबान, पीएम मोदी को बता डाला भारत का राष्ट्रपति, VIDEO VIRAL

सरकार इस मामले को लेकर गंभीर नहीं है, इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है. सरकार को इस मामले में शीघ्र समाधान करने की जरुरत है. ताकि आमजन को राहत मिल सके. वहीं पेट्रोल पंप संचालकों द्वारा की गई हड़ताल से जिले भर में वाहन चालक डीजल और पेट्रोल के लिए भटकते रहे. इससे लोगों का दैनिक कामकाज भी प्रभावित हुआ.

दौसा. जिले में पेट्रोल पंपों की बुधवार को एक दिवसीय हड़ताल रही, जिसके चलते सभी पेट्रोल पंप बंद रहे. पेट्रोल पंप बंद होने से आम लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा. ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले अधिकांश लोगों को पेट्रोल पंप बंद होने की जानकारी नहीं होने के चलते वो पेट्रोल पंप पर पहुंच गए, यहां से उन्हें निराश लौटना पड़ा.

पेट्रोल पंपों की हड़ताल से जिले में 80 लाख का कारोबार प्रभावित

हड़ताल को लेकर लोगों का कहना है कि उन्हें हड़ताल के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. इसके चलते उन्हें पहले डीजल, पेट्रोल का स्टॉक नहीं किया. ऐसे में अचानक पेट्रोल खत्म हो जाने से काफी असुविधा का सामना करना पड़ा.

पढ़ेंः भीलवाड़ा में दुष्कर्म के आरोपी को 20 साल की सजा, 50 हजार जुर्माना

पेट्रोल पंप संचालक लोकपाल सिंह का कहना है कि यह प्रदेश व्यापी पेट्रोल पंप हड़ताल है. राज्य सरकार द्वारा डीजल पेट्रोल पर अन्य राज्यों की तुलना में अधिक वैट वसूला जा रहा है, जिससे पेट्रोल अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान में लगभग 6 रुपये लीटर महंगा है तो डीजल 9 रुपये लीटर महंगा बिक रहा है. इससे पेट्रोल पंप संचालकों के साथ-साथ आम जनता पर भी महंगाई की मार पड़ रही है.

उन्होंने आगे कहा कि एक दिवसीय हड़ताल के चलते जिले में डीजल और पेट्रोल का तकरीबन 80 लाख रुपए का व्यापार प्रभावित हुआ है. यदि हड़ताल से सरकार हमारी मांगे मान लेती है तो संचालकों से अधिक फायदा आमजन को होगा. राज्य सरकार को डीजल और पेट्रोल के लिए वैट में कमी लाकर पेट्रोल पंप संचालकों के साथ-साथ आमजन को भी राहत प्रदान करनी चाहिए.

धौलपुर में भी दिखा बंद का असर

राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के आह्वान पर बुधवार को जिले भर में पेट्रोल पंप बंद रहने से वाहन चालकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा. वाहन चालक पेट्रोल पंप पर डीजल-पैट्रोल लेने पहुंचे लेकिन, वहां से उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा. बता दें कि सरकार से वैट कम करने की मांग पर बुधवार सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक के लिए पेट्रोल पंप बंद रहे.

पेट्रोल पंपों की हड़ताल से बढ़ी आमजन की परेशानी

हड़ताल के चलते राजस्थान में करीब साढ़े चार हजार पेट्रोल पंपों पर ताला लगा रहा. एसोसिएशन के पदाधिकारी जयंत मोदी के मुताबिक राजस्थान में अन्य राज्यों के मुकाबले वैट ज्यादा होने के कारण पड़ोसी राज्यों के मुकाबले पेट्रोल और डीजल की खपत कम हो रही है. इससे न सिर्फ पेट्रोल पंप संचालकों को बल्कि सरकार को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है.

पढ़ेंः भाजपा के विधायक की फिसली जुबान, पीएम मोदी को बता डाला भारत का राष्ट्रपति, VIDEO VIRAL

सरकार इस मामले को लेकर गंभीर नहीं है, इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है. सरकार को इस मामले में शीघ्र समाधान करने की जरुरत है. ताकि आमजन को राहत मिल सके. वहीं पेट्रोल पंप संचालकों द्वारा की गई हड़ताल से जिले भर में वाहन चालक डीजल और पेट्रोल के लिए भटकते रहे. इससे लोगों का दैनिक कामकाज भी प्रभावित हुआ.

Intro:पेट्रोल पंपों की प्रदेश व्यापी हड़ताल के चलते जिले में बुधवार को सभी पेट्रोल पंप बंद रहे जिससे जिले में तकरीबन ₹80 लाख रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ।


Body:दौसा पेट्रोल पंपों की एक दिवसीय प्रदेश व्यापी हड़ताल के चलते जिले के सभी पेट्रोल पंप बुधवार को बंद रहे जिसके चलते आम लोग पेट्रोल पंप के चक्कर लगाते नजर आए ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले अधिकांश लोगों को पेट्रोल पंप बंद होने की जानकारी नहीं होने के चलते लोगों पेट्रोल पंप पर पेट्रोल व डीजल लेने के लिए पहुंचे । लेकिन जब वहां पेट्रोल नहीं मिला तो निराश होकर लौटते हुए नजर आए । पेट्रोल पंपों की हड़ताल के चलते को लेकर लोगों का कहना है कि आमजन को पेट्रोल पंप हड़ताल के बारे में कोई जानकारी नहीं थी । जिसके चलते उन्हें पहले डीजल पेट्रोल का स्टॉक नहीं किया । ऐसे में आज अचानक पेट्रोल खत्म हो जाने से लोगों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है । वहीं हड़ताल को लेकर पेट्रोल पंप संचालक लोकपाल सिंह का कहना है कि यह प्रदेश व्यापी पेट्रोल पंप हड़ताल है राज्य सरकार द्वारा डीजल पेट्रोल पर अन्य राज्यों की तुलना में अधिक वैट वसूला जा रहा है जिससे कि पेट्रोल अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान में लगभग ₹6 लीटर महंगा है तो डीजल ₹9 लीटर महंगा बिक रहा है । जिसके चलते पेट्रोल पंप संचालकों के साथ-साथ आम जनता पर भी महंगाई की मार पड़ रही है लोकपाल सिंह ने कहा कि एक दिवसी हड़ताल के चलते जिले में डीजल और पेट्रोल का तकरीबन ₹80 लाख रुपए का व्यापार प्रभावित हुआ है । यदि हड़ताल के चलते सरकार हमारी मांगे मान लेती है तो पेट्रोल पंप संचालकों से अधिक फायदा आमजन को होगा। पेट्रोल डीजल पर वैट की दरें कम होने के चलते पड़ोसी राज्य हरियाणा व यूपी में डीजल पेट्रोल के दाम बहुत कम है जिसके चलते नेशनल हाईवे पर चलने वाले पेट्रोल पंप में बिक्री भी कम होती है । राज्य सरकार को डीजल पेट्रोल के लिए वेट में कमी लाकर पेट्रोल पंप संचालकों के साथ-साथ आमजन को भी राहत प्रदान करनी चाहिए ।

बाइट आम जनता
2 बाइट पेट्रोल पंप संचालक लोकपाल सिंह पगड़ी वाले


Conclusion:
Last Updated : Oct 23, 2019, 10:50 PM IST
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