दौसा. यूपी के हाथरस में हुए दलित बालिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले में कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर दौसा सांसद जसकौर मीणा ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है. जसकौर मीणा ने कहा कि कांग्रेस मामले को राजनीतिक तूल दे रही है, जबकि यूपी में ऐसा मुख्यमंत्री है जो कि प्रदेश की बहन-बेटियों की रक्षा करने के लिए पूरी तरह सक्षम है. ऐसे मुख्यमंत्री हैं जो आरोपियों के खिलाफ खुद ही मजबूत और कठोर कार्रवाई करते हैं.
सांसद जसकौर मीणा ने कहा कि कांग्रेस को राजस्थान के 18 जिलों में हुई महिलाओं के साथ दुष्कर्म व बहन, बेटियों के साथ बलात्कार की घटनाएं सुनाई नहीं दे रही, जबकि वह यूपी वाले मामले का राजनीतिकरण कर रहे हैं. राजस्थान के जयपुर, सीकर, बारां, बूंदी, दौसा सहित 18 ऐसे जिले हैं जिनमें कि महिलाओं के साथ दुष्कर्म और नाबालिग बहन-बेटियों के साथ बलात्कार जैसी घटनाएं हुईं हैं और कांग्रेस अपने प्रदेश में उन पीड़ितों के परिजनों के हाल तक पूछने नहीं जा रही है. न ही राहुल-प्रियंका प्रदेश में आकर इनके हाल चाल पूछ रहे हैं. हाथरस वाले मामले में राजनीति कर रहे हैं.
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सांसद जसकौर मीणा ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार में महिलाओं के साथ दुष्कर्म व बलात्कार की बढ़ती हुई वारदातों को देखते हुए मुख्यमंत्री को त्यागपत्र दे देना चाहिए. मीणा ने कहा कि कांग्रेस सरकार में प्रशासन अकर्मण्य है, यदि प्रशासन भी ठीक तरीके से कार्य करे तो जनता को लाभ मिल सकता है.
कृषि विधेयक पर कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर सांसद ने कहा कि कांग्रेस किसानों को बरगलाने का प्रयास कर रही है. केंद्र सरकार द्वारा जो कृषि विधेयक पारित किया गया, इसमें किसानों को पूरी तरह लाभ मिलेगा. किसान अपनी फसल को अच्छे दामों में कहीं पर भी ले जाकर बेच सकते हैं. इस विधेयक से न किसानों को नुकसान होगा और न ही मंडी व्यापारियों को. ऐसे में जो लोग केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, वह भी किसान नहीं हैं.
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उन्होंने कहा कि कांग्रेस नहीं चाहती कि गुजरात, महाराष्ट्र जैसे प्रदेशों की तरह राजस्थान के किसान भी तरक्की करें. पिछले महीनों प्रदेश सरकार में चले सियासी घटनाक्रम पर निशाना साधते हुए सांसद जसकौर मीणा ने कहा कि वैसे तो यह कांग्रेस सरकार के परिवार की लड़ाई है, लेकिन उनकी इस लड़ाई की वजह से प्रदेश के सभी विकास कार्य बाधित हो गए. जनता कोरोना की मार से तो परेशान ही थी, लेकिन कांग्रेस सरकार ने भी उन्हें निजी स्वार्थों के लिए मार दिया.
सांसद ने कहा कि केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी से निजात पाने और टिड्डियों से निजात दिलाने के लिए प्रदेश के लिए कई बड़ी योजनाओं के लिए बड़ी मात्रा में बजट दिया था, लेकिन राजस्थान सरकार ने फाइव स्टार होटलों में रहने के लिए सारे पैसे खर्च कर दिए. सरकार के विधायकों का ध्यान तो पांच सितारा होटलों में रहकर खुद की फिटनेस मेंटेन करने पर था.