ETV Bharat / state

कोरोना वायरस से जुड़ी अफवाह फैलाने पर चिकित्सा कर्मी बर्खास्त, पुलिस ने किया गिरफ्तार - अफवाह फैलाने पर चिकित्सा कर्मी बर्खास्त

दौसा में कोरोना वायरस को लेकर सरकारी अस्पताल के कर्मचारी अनिल टांक को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया. साथ ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार भी कर लिया है.

कोरोना वायरस अफवाह, corona virus rumors
कोरोना वायरस अफवाह
author img

By

Published : Mar 16, 2020, 2:13 PM IST

दौसा. कोरोना वायरस से जुड़ी खबरों को प्रशासन पूरी गंभीरता से ले रहा है. कोरोना वायरस से जुड़ी किसी भी तरह की झूठी खबर फैलाने पर व्यक्ति के साथ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो सकती है. जिसका एक मामला दौसा में सामने आया है.

कोरोना वायरस से जुड़ी अफवाह फैलाने पर चिकित्सा कर्मी बर्खास्त

जहां कोरोना वायरस से जुड़ी झूठी खबर फैलाने पर व्यक्ति को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा. साथ ही कर्मचारी के खिलाफ महवा थाने में मामला दर्ज कराया गया. जिसके बाद पुलिस ने उसे सोमवार को जयपुर से गिरफ्तार भी कर लिया.

जानकारी के अनुसार व्यक्ति का नाम अनिस टांक है, वह महवा के सरकारी अस्पताल में सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत था. अनिल ने बांदीकुई में 8 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने का फर्जी मैसेज रविवार को व्हाट्स एप पर शेयर कर दिया था. जिसके बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया.

पढ़ें: चैत्र मास में भी सर्द मौसम, गेहूं के लिए संजीवनी लेकिन अन्य फसलों में बढ़ा सकता है रोग

अफवाह फैलाने के बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए, उसे नौकरी से बर्खास्त करने के आदेश जारी कर दिए. साथ ही मामले की गंभीरता के चलते प्रशासन ने तुरंत खबर का खंडन करते हुए एक लेटर भी जारी किया. अनिल टांक का कहना है कि उसे वह मैसेज नर्सिंग कर्मियों के ग्रुप में आया था. उसने उस मेसेज को एक राष्ट्रीय न्यूज चैनल के बैनर पर लिखा हुआ होने की वजह से अपने उच्चाधिकारियों को भेजा था.

दौसा. कोरोना वायरस से जुड़ी खबरों को प्रशासन पूरी गंभीरता से ले रहा है. कोरोना वायरस से जुड़ी किसी भी तरह की झूठी खबर फैलाने पर व्यक्ति के साथ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो सकती है. जिसका एक मामला दौसा में सामने आया है.

कोरोना वायरस से जुड़ी अफवाह फैलाने पर चिकित्सा कर्मी बर्खास्त

जहां कोरोना वायरस से जुड़ी झूठी खबर फैलाने पर व्यक्ति को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा. साथ ही कर्मचारी के खिलाफ महवा थाने में मामला दर्ज कराया गया. जिसके बाद पुलिस ने उसे सोमवार को जयपुर से गिरफ्तार भी कर लिया.

जानकारी के अनुसार व्यक्ति का नाम अनिस टांक है, वह महवा के सरकारी अस्पताल में सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत था. अनिल ने बांदीकुई में 8 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने का फर्जी मैसेज रविवार को व्हाट्स एप पर शेयर कर दिया था. जिसके बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया.

पढ़ें: चैत्र मास में भी सर्द मौसम, गेहूं के लिए संजीवनी लेकिन अन्य फसलों में बढ़ा सकता है रोग

अफवाह फैलाने के बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए, उसे नौकरी से बर्खास्त करने के आदेश जारी कर दिए. साथ ही मामले की गंभीरता के चलते प्रशासन ने तुरंत खबर का खंडन करते हुए एक लेटर भी जारी किया. अनिल टांक का कहना है कि उसे वह मैसेज नर्सिंग कर्मियों के ग्रुप में आया था. उसने उस मेसेज को एक राष्ट्रीय न्यूज चैनल के बैनर पर लिखा हुआ होने की वजह से अपने उच्चाधिकारियों को भेजा था.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.