उदयपुर. विज्ञान और तकनीकी प्रगति के चलते अब रोबोट्स कई तरह के कार्यों को साकार कर रहे हैं, जिनमें से एक महत्वपूर्ण कदम है मकान बनाने की प्रक्रिया में तकनीकी बदलाव. अब उदयपुर शहर में एक ऐसी रोबोटिक थ्रीडी डिज़ाइन मशीन का आगमन हुआ है, जो कम्प्यूटर से डिजाइन किए गए मकानों को साकार रूप देगी. यह पहल शहर के ख्यातनाम आर्किटेक्ट सुनील एस लड्ढा की है, जिन्होंने 'ऐसा : आपके लिए' कंपनी के साथ मिलकर इस रोबोटिक मशीन को लॉन्च किया है. आर्किटेक्ट सुनील लड्ढा ने बताया कि इस रोबोटिक मशीन से मकान बनाने का कार्य फेयर के तुरंत बाद प्रारंभ हो जाएगा. उनका विश्वास है कि 'ऐसा : आपके लिए' कंपनी की यह पहल उदयपुरवासियों के सपनों के आशियाने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
शहरवासियों को इस नवीन तकनीक से अवगत कराने के लिए 11वें इंडिया इंडस्ट्रियल फेयर 2025 के दौरान डीपीएस के मैदान में इस मशीन का प्रदर्शन किया गया. लघु उद्योग भारती उदयपुर इकाई द्वारा आयोजित इस चार दिवसीय फेयर में मशीन का डेमो प्रदर्शित किया गया. आर्किटेक्ट सुनील लड्ढा के नेतृत्व में कमलपुरी और चित्रांशा जैन के दल ने इस मशीन का इंस्टालेशन करवाया, और आयोजन से जुड़े पदाधिकारियों को इसकी कार्यप्रणाली के बारे में जानकारी दी. इस दौरान लघु उद्योग भारती उदयपुर के अध्यक्ष मनोज जोशी, मेला संयोजक तरूण दवे, अभिजीत शर्मा, कमलेश शर्मा और अन्य सदस्यों ने इस मशीन की कार्यप्रणाली का अवलोकन किया और इससे बनी आकर्षक डिजाइनदार दिवारों को देखकर तारीफ की.
![आर्किटेक्ट सुनील लड्ढा का नवाचार](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10-01-2025/rj-7203313-03udaipurrobotictechnology-story-top_09012025193027_0901f_1736431227_340.jpg)
मशीन की कार्यप्रणाली: इस रोबोटिक मशीन का रेडियस 2.5 मीटर है, जिससे पांच मीटर डाया तक का मकान बनाया जा सकता है. यह मशीन 12 मीटर चौड़ी और असीमित लंबाई वाली दीवारों को भी आसानी से बना सकती है. इसमें कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर की मदद से दीवारों के डिजाइन तैयार किए जाते हैं, और प्रोग्रामिंग के जरिए मनचाहे आकार और डिजाइन में दीवारों का निर्माण होता है. इस मशीन में सीमेंट के स्थान पर विशेष कच्चा माल, जैसे मार्बल स्लरी और वेस्ट मटेरियल का उपयोग किया जाता है, जो उदयपुर की जलवायु के अनुकूल है.
कुछ खास ही होंगे इससे बने मकान: आर्किटेक्ट सुनील लड्ढा ने बताया कि इस रोबोटिक मशीन से बनने वाले मकान का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे बनी दीवार अंदर से खोखली होती है, जिससे इन्सुलेशन का कार्य होता है. इसके कारण, इन मकानों का तापमान नियंत्रित रहता है. सर्दियों में गर्म और गर्मियों में ठंडा. 9 इंच की दीवार में डेढ़ फीट की स्टोन दीवार जैसी मजबूती मिलती है. उन्होंने बताया कि उदयपुर शहर में इस 11वें इंडिया इंडस्ट्रियल फेयर के तत्काल बाद ही इस मशीन से डिजाइनदार मकान बनाने का कार्य प्रारंभ हो जाएगा.