दौसा. गैंगरेप पीड़िता को न्याय नहीं मिलने पर पुलिस कार्रवाई से असंतुष्ट होकर मंगलवार को पुलिस उप अधीक्षक कार्यालय के आगे विषाक्त पदार्थ पीकर जान देने का प्रयास किया. महुआ उपखंड मुख्यालय पर पुलिस उप अधीक्षक कार्यालय के गेट पर जाकर पीड़िता ने यह कदम उठाया. इस घटना के बाद पुलिस ने पीड़िता के परिजनों को फोन पर सूचना दी. पीड़िता को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
घटना के पुलिस ने महिला को सामुदायिक अस्पताल में भर्ती करवाया. जहां से चिकित्सकों ने उसे गंभीर हालत जिला अस्पताल रेफर कर दिया. पीड़िता के जेठा ने बताया कि 23 अगस्त को गांव के ही दो जनों ने खेतों में चारा काटने गई पीड़िता के साथ जबरन दुष्कर्म किया. इस दौरान पीड़िता के द्वारा गांव के ही दो आरोपियों पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था. आरोप यह था कि पुलिस द्वारा आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है. एक आरोपी गांव में सरेआम घूम रहा है. जबकि पुलिस द्वारा उसे गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है.
पढ़ें - किन्नर दिखाकर ट्रक रुकवाते थे...ड्राइवर के बाहर आते ही लूट की वारदात को देते थे अंजाम, दो गिरफ्तार
महिला के जेठ ने बताया कि उनके पास पुलिस उपाधीक्षक कार्यालय से फोन आया था कि उनके भाई की पत्नी ने विषाक्त पी लिया है. महिला के विषाक्त पी लेने के बाद अस्पताल परिसर में पहुंचे परिजनों ने पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है. परिजनों ने बताया कि पुलिस द्वारा एक आरोपी को तो गिरफ्तार कर लिया गया है. जबकि दूसरा आरोपी पुलिस की सहमति के चलते गांव में खुलेआम घूम रहा है. जिसे गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है. ऐसे में गैंगरेप के आरोपी खुले में घूम रहे हैं आए दिन महिला को धमकियां देते हैं. जिससे परेशान होकर मंगलवार को डीएसपी कार्यालय के आगे जाकर महिला ने विषाक्त पदार्थ पीकर जान देने का प्रयास किया.
वहींं मामले को लेकर डीएसपी शंकर लाल मीणा ने बताया कि महिला के द्वारा दर्ज कराए गए मामले को लेकर पुलिस द्वारा 15 दिन पूर्व आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था. वहीं दूसरे आरोपी के संबंध में अनुसंधान जारी है.