दौसा. कोरोना वायरस के संकट के चलते यूं तो पूरे देश भर में लॉकडाउन है पर दौसा जिला मुख्यालय पर आए 5 कोरोना पॉजिटिव के बाद मुख्यालय के 22 वार्डों में कर्फ्यू लगा हुआ है. जिसमें लोगों का घर से बाहर निकलना पूरी तरह बंद है, लेकिन कुछ आवश्यक सेवाओं के लिए प्रशासन ने लोगों को रियायत दी है, इस रियायत के चलते दर्जनों महिलाएं कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्र में भी बैंकों की लाइन में लगी है.
लॉकडाउन के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों को ध्यान में रखते हुए उन्हें किसी तरह की परेशानी ना हो इसलिए गरीब कल्याण योजना शुरू की है. जिसके तहत जिन लोगों के जनधन खाते हैं, उन खातों में 3 महीने के लिए 500 रुपए राहत राशि दी जा रही है. इस गरीब राहत राशि को निकलवाने के लिए कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्र में बने बैंक में भी दर्जनों महिलाओं की लाइन देखने को मिलती हैं.
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महिलाओं का कहना है कि लॉकडाउन औक कर्फ्यू हमें मालूम है लेकिन घर चलाने के लिए आर्थिक सहायता की जरूरत है. ऐसे में जनधन खाते में जो पेंशन आई है, उसे निकलवाने के लिए आना पड़ता है. विमला देवी का कहना है कि हमारे घर वाले मजदूर हैं जो पहले मजदूरी करते थे अब लॉकडाउन में फंसने के बाद सब घर में ही बैठे हैं. ऐसे में लॉकडाउन होने के बाद भी हमें मजबूरी के चलते बैंक से पैसे निकलवाने आना पड़ा हैं.
इसी मजबूरी के चलते शहर के कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्र में बने बैंक के आगे शुक्रवार को जनधन खाते से सहायता राशि निकलवाने वाली महिलाओं की दर्जनों की तादाद में लाइन लगी हुई है. बैंक कर्मी और पुलिसकर्मी सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान नहीं दे रहे. हालांकि मीडिया का कैमरा देखकर बैंक कर्मी भी हरकत में आए और महिलाओं को तुरंत कतार बद्ध किया.