मेंहदीपुर बालाजी (दौसा). कोरोना संक्रमण के खतरे के चलते हुए लॉकडाउन के बाद सरकार ने सभी चीजों को सुचारू करते हुए अनलॉक करना शुरू कर दिया है, जिसके तहत अनलॉक 2 में सरकार ने बहुत सी छूट दे दी है. लेकिन कोरोना संक्रमण फैलने के डर से 31 जुलाई तक सभी धार्मिक स्थलों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है. वहीं, मंदिर प्रशासन ने भी इस फैसले का पालन करते हुए मंदिरों को बंद रखा हुआ हैं.
लेकिन मेंहदीपुर बालाजी में मंदिर बंद होने के बाद भी सैकड़ों की तादाद में श्रद्धालु मंदिर दर्शनों के लिए कई राज्यों से आ रहे हैं. दिल्ली के आसपास नोएडा, गुड़गांव, फरीदाबाद, यूपी और गुजरात जैसे कोरोना हॉटस्पॉट से श्रद्धालु अपने निजी वाहनों से बालाजी मंदिर पहुंच रहे है. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां भी उड़ा रहे है. वहीं यहां का स्थानीय प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है. ऐसे में यहां पर कोरोना का विस्फोट होने का अंदेशा बना है.
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बालाजी मंदिर 31 जुलाई तक बंद है और इसी के चलते यहां के बाजार भी पूरी तरह बंद है. यहां के सारे दुकानें मंदिर से संबंधित भोग प्रसादी, होटल, गेस्ट हाउस, धर्मशाला भी बंद है. सरकार द्वारा बनाए गए गाइडलाइन का पालन भी स्थानिय लोगों द्वारा किया जा रहा है. लेकिन कोरोना हॉटस्पॉट बने राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन कुछ नहीं कर पा रहा है.
मेहंदीपुर बालाजी के स्थानीय लोगों का कहना है कि 31 जुलाई तक सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद रखने का फैसला लिया गया है, क्योंकि मंदिर भी बंद है. लेकिन फिर भी अलग-अलग जगह से श्रद्धालुओं के आने से स्थानीय लोगों में कोरोना फैलने का डर बना हुआ है. जिसके चलते उन्होंने स्थानीय प्रशासन से बाहर से आने वाले लोगों को 31 जुलाई तक रोकने की मांग की है.