दौसा. नगर परिषद सभापति की शिकायतों के बाद सोमवार को डीएलबी की टीम नगर परिषद आयुक्त सुरेंद्र मीणा पर लगे आरोपों की जांच करने के लिए दौसा पहुंची. इस दौरान कई पार्षदों ने नगर परिषद सभापति के खिलाफ ही जमकर नारेबाजी शुरू कर दी. उन्हें चोर कहते हुए भी नारे लगाए. साथ ही उनके खिलाफ जांच की मांग की.
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गौरतलब है कि नगर परिषद सभापति राजकुमार जायसवाल ने नगर परिषद आयुक्त सुरेंद्र मीणा पर भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए स्वायत्त शासन विभाग को शिकायत की थी. इसके चलते सोमवार को सहायक निदेशक डॉ. प्रवीण कुमार के नेतृत्व में जयपुर से डीएलबी की टीम आयुक्त सुरेंद्र मीणा पर लगे आरोपों की जांच करने पहुंची. लेकिन, इस दौरान सभापति राजकुमार जायसवाल का दांव उल्टा पड़ता नजर आया.
डीएलबी की टीम के दौसा पहुंचने पर नगर परिषद आयुक्त के समर्थन में कई पार्षद एकत्रित हो गए और उन्होंने नगर परिषद सभापति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उन्होंने डीएलबी की टीम के सामने ही नगर परिषद सभापति के खिलाफ नारे लगाए. इस दौरान पार्षदों ने सभापति चोर हैं के भी नारे लगाए. साथ ही डीएलबी के एडीशनल डायरेक्टर डॉ. प्रवीण कुमार को सभापति के भ्रष्टाचार की जांच करवाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा.
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इस दौरान उपसभापति वीरेंद्र शर्मा ने कहा कि पिछले लंबे समय से नगर परिषद सभापति भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, जिसके चलते शहर की सफाई-व्यवस्था पूरी तरह चौपट है. शहर की सफाई पूरी तरह नहीं हो पाई है. लोगों को गंदगी के साथ जीना पड़ रहा है. वहीं, निर्माण कार्यों का ठेका उन्हीं ठेकेदार को दिया जाता है, जो उनकी दुकान से सामान खरीदते हैं. इस तरह वो खुलेआम भ्रष्टाचार कर रहे हैं. ऐसे में सभापति के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच और कार्रवाई की मांग को लेकर डीएलबी के एडिशनल डायरेक्टर डॉ. प्रवीण कुमार को ज्ञापन सौंपा गया है.
वहीं, डीएलबी के सहायक निदेशक डॉ. प्रवीण कुमार ने बताया कि नगर परिषद आयुक्त सुरेंद्र मीणा पर सफाई कार्यों में अनियमितता और भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर सभापति राजकुमार जायसवाल ने शिकायत की थी, जिसकी जांच के लिए दौसा आए हैं. जैसी भी जांच रिपोर्ट तैयार होगी, सरकार को सौंप दी जाएगी.