दौसा. बीते दिन रविवार को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाईवे निर्माण में डंपर चालक की करंट लगने से मौत के मामले में पुलिस ने सख्ती बरतते हुए शव को रखकर प्रदर्शन करने वाले तकरीबन 100 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्ती बरतते हुए कोरोना की गाइडलाइन का उल्लंघन करने और रोड जाम करने सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्जकर कार्रवाई शुरू कर दी है.
प्रदशर्नकारियों के नेतृत्वकर्ता हिम्मत सिंह पाडली सहित तकरीबन 100 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा हुआ है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल चौहान ने बताया कि डंपर चालक की करंट से मौत मामले में प्रशासन मृतक के परिजनों से समझाइश का प्रयास कर उचित मुआवजे की पेशकश कर रही थी. लेकिन इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन की बात को न मानते हुए रोड जाम कर लंबे समय तक प्रदर्शन किया, जिसमें कोरोना के नियमों का उल्लंघन हुआ. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग पालना की धज्जियां उड़ाई गईं. ऐसे में न ही अधिकांश लोगों ने मास्क पहनना, जिसके चलते करीब 100 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्जकर आगे की कार्रवाई की जा रही है.
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किसान नेता हिम्मत सिंह का कहना है कि पुलिस आंदोलनकारियों के खिलाफ साजिश कर रही है. हम लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के साथ ही प्रदर्शन किया था. लेकिन पुलिस आंदोलन को दबाने के लिए और आंदोलनकारियों को डराने के लिए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रही है. उन्होंने पुलिस प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि प्रशासन को मुकदमा दर्ज करना महंगा पड़ेगा. पुलिस प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्जकर उन्हें डरा नहीं सकती. हमारे आंदोलन जनता के लिए पहले भी जारी थे और आगे भी जारी रहेंगे.