अलवर: राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि अध्यक्ष का कार्य विधानसभा में संतुलन बैठाना होता है. सभी पक्षों को एक साथ लेकर चलना विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी है. राजस्थान विधानसभा में विपक्ष को भी उतना ही मौका दिया जाता है, जितना कि पक्ष को. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मैं अध्यापक रहा हूं, इसलिए सदन में अनुशासनहीनता पसंद नहीं करता. अनुशासनहीनता होने पर तुरंत अपना दृष्टिकोण रखते हुए कार्रवाई भी की जाती है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में विपक्ष और पक्ष दोनों मजबूत हैं. दोनों में अनुभवी नेता हैं, जो अपना अपना पक्ष रखते हैं.
उन्होंने कहा कि पक्ष का काम है सरकार चलाना, वहीं विपक्ष का काम होता है कि सत्ता पक्ष को घेरना और जनता के जनता के मुद्दे उठाकर कार्य करवाए. राजस्थान में दोनों ही अपना अपना अपना धर्म निभा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अध्यक्ष होने के नाते विधानसभा की परंपरा, मर्यादाएं व नियमावली के अंतर्गत इनका निर्णय किया जाता है. देवनानी मंगलवार शाम को कांग्रेस के दिवंगत नेता जुबेर खान के घर श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे थे.
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कानून व्यवस्था सभी के लिए चिंता का विषय: विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि कानून व्यवस्था सभी के लिए चिंता का विषय है. सभी की कोशिश होनी चाहिए कि इसको मिलकर ठीक किया जाए. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था संभालना सरकार का काम तो है ही, लेकिन इसमें विपक्ष को भी सहयोग करना चाहिए. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि कुछ मुद्दे ऐसे होते हैं, जिन पर बिना राजनीति किए सभी को एक दिशा में चलना चाहिए, जिससे कि राजस्थान का विकास हो सके.
सरकार बदलने का अहसास होने लगा: उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि प्रदेश के लोगों को सरकार बदलने का अहसास होने लगा है. जिन लोगों को अभी तक यह अहसास नहीं हुआ, उन्हें आगे भी यह नहीं होने वाला है. विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि जुबेर खान ऐसे नेता थे, जो क्षेत्र की जनता के साथ जुड़ाव रखते थे. उन्होंने कहा कि जुबेर खान जुझारू व अध्ययनशील थे. उन्होंने लगातार विधानसभा में अपने क्षेत्र के लोगों की समस्या को भी उठाया. उनका अचानक जाना क्षेत्र के लिए बड़ी क्षति तो है, साथ ही समझदार राजनीतिज्ञ व्यक्तिव का भी अभाव महसूस होगा.