दौसा. जिले में कोरोना के चलते इन दिनों लोगों में खौफ देखने को मिल रहा है. जिसके चलते हर छोटी सी जुकाम, खांसी, बुखार को लेकर ग्रामीण इलाज के लिए इधर-उधर भटकते हैं. ऐसे में इस महामारी के दौर में ग्राम ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित झोलाछाप चिकित्सकों पौबारे हो रहे हैं. जहां झोलाछाप क्लिनिक संचालित नीम हकीम लोगों को खुलेआम लूट रहे हैं.
साथ ही कोरोना महामारी के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में फैलने वाले वायरल बुखार और अन्य छोटी-मोटी समस्याओं को लेकर भी नीम हकीम ग्रामीणों को लूटने से बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसे में जब जिले के सिकराय उपखंड के राजवास गांव की झोलाछापों की लोगों को लूटने की खबर प्रशासन के पास पहुंची तो सिकराय नायब तहसीलदार कैलाश चंद शर्मा ब्लॉक CMHO डॉ. अमित मीणा ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए राजावास गांव में संचालित 2 झोलाछाप क्लिनिकों को सील कर दिया.
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इसके बाद झोलाछाप चिकित्सकों के क्लिनिक को सील करने से आसपास के क्षेत्र में संचालित सभी झोलाछाप चिकित्सकों में हड़कंप मच गया. वहीं, राजस्व विभाग और चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को मौके पर पहुंचते ही झोलाछाप चिकित्सक क्लिनिक छोड़कर भाग निकले.
ऐसे में नायब तहसीलदार और ब्लॉक सीएमएचओ ने कार्रवाई करते हुए दोनों के क्लीनिक सील कर दिए. ब्लॉक CMHO डॉ. अमित मीणा ने बताया कि महामारी को देखते हुए झोलाछाप क्लिनिकों के खिलाफ अभियान शुरू किया है. ऐसे में कहीं पर भी किसी तरह की कोई सूचना आती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए तुरंत क्लिनिक को सील कर चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.