दौसा. किसान विधेयक का समर्थन करने वाले 25 सांसदों को क्षेत्र में घुसने नहीं दिया जाएगा ये कहना है किसान नेता हिम्मत सिंह पाडली का. पाडली ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसान विरोधी विधेयक पारित किया है, जिससे किसान धीरे-धीरे पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि इस विधेयक के पारित होने के बाद राजस्थान के किसानों को अधिक जानकारी नहीं थी, लेकिन हरियाणा अन्य प्रदेशों में किसानों के आंदोलन होने के बाद सोशल मीडिया से अब राजस्थान के किसानों को भी जानकारी मिलने लगी है. हम भी अपनी टीम के साथ गांव-गांव जाकर किसानों को इस विधेयक को लेकर जागरूक कर रहे हैं. जिसके चलते किसानों ने अब इस विधेयक का समर्थन करने वाले 25 सांसदों को क्षेत्र में नहीं घुसने देने का ऐलान कर दिया है.
संसद से कृषि अध्यादेश पास होने के बाद अब जिले में सांसदों का भी विरोध होना शुरू हो गया है. ऐसे में 25 सांसदों को क्षेत्र में नहीं घुसने का एलान किसानों के साथ किसान नेता हिम्मत सिंह पाडली ने भी कर दिया है.
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किसान नेता हिम्मत सिंह गुर्जर ने कहा कि कृषि अध्यादेश से जुड़े कई पहलू किसान विरोधी हैं. ऐसे में इनका संसद में पारित होना दुर्भाग्यपूर्ण है. ये पूरी तरह किसान विरोधी है ऐसे में जिले के किसानों ने ये तय किया है कि हर हाल में इस किसान विरोधी अध्यादेश का विरोध करेंगे और प्रदेश के जिन 25 सांसदों ने किसान विरोधी बिल का समर्थन किया है उनको सार्वजनिक रूप से बहिष्कार किया जाएगा. साथ ही उन्हें गांव में घुसने नहीं देने का अभियान चलाया जाएगा.
विरोध जता रहे किसानों का कहना है कि कृषि अध्यादेश 3 महीने पहले भी लागू हुए थे. जिसमें कहा गया था कि इन आदेशों के बाद बने कानून से किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य से ऊपर दाम मिलेंगे पर यहां तो एमएसपी में भी किसानों को पूरे दाम नहीं मिल रहे.