चूरू. जिला मुख्यालय कर्फ्यू के दौरान अजब-गजब नजारे देखने को मिल रहे हैं. यहां वीरान पड़ी सड़कों पर एक शख्स घोड़ी लेकर पहुंचा गया. वहीं कर्फ्यू के दौरान जब पुलिसकर्मियों ने इस शख्स को रोका, तो इसकी मजबूरी सुनकर खाकी भी इसे रोक नहीं पाई. निकटवर्ती गांव से घोड़ी पर सवार होकर आए, इस युवक ने बताया कि जब कर्फ्यू में पुलिस की तैनाती के डर से सभी वाहनों ने शहर आने से मना कर दिया, तो उसे घोड़ी पर सवार होकर शहर आना पड़ा.
गांव लादड़िया का यह शख्स घोड़ी पर बैठ कर चूरू पहुंचा. बता दें कि गांव लादड़िया और चूरू के बीच 22 किलोमीटर की दूरी है. कर्फ्यू में सूनसान और वीरान पड़ी सड़कों पर सिवाय पुलिस के यहां कुछ भी नजर नहीं आ रहा है, लेकिन गांव लादड़िया के इस शख्श की मजबूरी ने इसे कर्फ्यू के बीच भी शहर आने को मजबूर कर दिया था.
जब गांव से सभी वाहन चालकों ने शहर में कर्फ्यू लगे होने के कारण आने से इनकार कर दिया, तो युवक को जरूरी दवाइयां लेने शहर घोड़ी पर सवार होकर आना पड़ा. कर्फ्यू में घोड़ी पर सवार होकर आए युवक को पुलिसकर्मियों ने रोका, लेकिन उसकी मेडिकल इमरजेंसी और उसकी मजबूरी देखकर उसे आगे जाने दिया गया.
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घोड़ी पर सवार होकर आए इस शख्स ने बताया कि उसे बीकानेर के चिकित्सक की दवाइयां चल रही है. दवाइयां खत्म होने पर उसे चूरू आना पड़ा. कर्फ्यू के दौरान चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती के डर से जब सभी वाहन चालकों ने आने से मना कर दिया, तो युवक ने शहर आने का यह रास्ता खोज निकाला.