चूरु.जिले में राजस्थान उर्दू बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले चले रहे उर्दू बचाओ आंदोलन के तहत उर्दू समर्थकों ने शुक्रवार को शहर की भर्तिया रोड़ से जिला कलेक्ट्रेट तक शहर के मुख्य मार्गो से होते हुए मशाल जुलूस निकाला और अपना आक्रोश व्यक्त किया,साथ ही यह भी कहा कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वो चूरू के सभी बाजार बंद करवा देगें.
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प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उर्दू समर्थकों ने यह आरोप लगाया है कि उर्दू के साथ प्रदेश सरकार हमेशा से ही भेदभाव करती आई है,जबकि राजस्थान उर्दू बचाओ संघर्ष समिति उर्दू के संरक्षण के लिए पिछले कई वर्षो से संघर्ष कर रही है.मशाल जुलूस निकाल अपना विरोध दर्ज करवाने के बाद उर्दू संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि अगर समय रहते सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो आने वाले दिनों में वो चूरू के बाजार भी बंद करवाएंगे.आपको बता दे कि पांच जुलाई से उर्दू सघर्ष समिति, जिला कलेक्ट्रेट के आगे अपनी 11 सूत्रीय मांग को लेकर धरने पर बैठे है.
प्रदर्शन कर रहे उर्दू समर्थकों की 11 सूत्री मांग कुछ इस प्रकार से हैं
प्रदेशभर में ग्रेड थर्ड,सेकंड और फर्स्ट के उर्दू विषय के नवीन पद सृजित किए जाए.
प्रदेश भर में स्टाफिंग पैटर्न के नाम पर समाप्त किए गए थर्ड ग्रेड,सेकंड ग्रेड और फर्स्ट ग्रेड के उर्दू पदों को पुनः सृजित किया जाए.
प्रदेश में नव स्थापित महात्मा गांधी विद्यालयों में उर्दू भाषा के भी पद तुरंत सृजित किया जाए.
प्रदेश के समस्त डाइट में उर्दू व्याख्याता के पद सृजित किए जाएं.
अब देखने वाली बात ये होगी कि इस पूरे मामले की सुनवाई होती है या नहीं ?