चूरू. जिला कारागृह में गुरुवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब जेल में बंद हार्डकोर कैदी आपस में ही भीड़ गए. मामले की गंभीरता और हालात जेल प्रसाशन के काबू से बाहर होते देख जेल अधीक्षक ने मामले की जानकारी जिला कलेक्टर और एसपी को दी. उसके बाद चार थानों के पुलिस जाब्ते के साथ जिला कारागृह एएसपी योगेंद्र फौजदार और सहायक पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र इन्दोलिया पहुंचे. उग्र हुए कैदियों से समझाइश की और मामला शांत करवाया.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जेल में बंद कैदियों ने जेल परिसर में ही स्थित डिस्पेंसरी के शीशे तोड़ दिए और जिस थाली में खाना परोस के दिया जाता है. उसी स्टील की थाली को धारदार हथियार बनाकर हमला करने लगे. जेल में यह हालत उस वक्त बिगड़े, जब हमेशा की तरह सुबह बंद कैदियों की तलाशी का अभियान शुरू किया गया और इन सभी कैदियों को बैरक से बाहर निकाला गया.
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उसी वक्त 10 से 12 हार्डकोर कैदियों की जेल में बनी इस बदमाशों की एक गैंग ने दूसरी गैंग पर हमला कर दिया, जिसके बाद जेल प्रसाशन को हालात बेकाबू होते दिखे तो उन्होंने जिला प्रसाशन को अवगत करवाया. उसके बाद हथियार बंद पुलिस जाब्ते के साथ कोतवाली थानाधिकारी सुभाष कच्छावा, महिला थानाधिकारी संजय पूनिया और सदर थानाधिकारी रामनारायण चोयल मय जाब्ते सहित जेल में पहुंचे. साथ ही समझाइश कर कैदियों के बीच के इस विवाद को शांत करवाया. बहरहाल, जेल प्रसाशन विवाद करने वाले सभी हार्डकोर बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज करवाने की तैयारी कर रहा है.