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मिड-डे मील की रॉ सामग्री से की जाएगी गरीबों की मदद, चूरू कलेक्टर ने बनाई समिति

चूरू में लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए कलेक्टर ने एक समिति का गठन किया है, जो सरकारी स्कलों में उपलब्ध खाद्य सामग्री की जांच कर उसे जरूरतमंदों में वितरित करेगी. बता दें कि स्कूल बंद होने से मिड-डे की साम्रगी का स्टॉक इसमें काम में लिया जाएगा.

चूरू न्यूज, churu news
सरकारी स्कूलों के खाद्य पदार्थों के स्टॉक का जरूरतमंदों में होगा वितरण
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Published : Apr 2, 2020, 8:34 PM IST

चूरू. प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते लॉकडाउन के कारण सरकारी स्कूल बंद है. ऐसे में कई स्कूलों में मिड-डे मील का आटा, चावल और दूसरे खाद्य पदार्थ का स्टॉक उपलब्ध है. अब जिले के सरकारी स्कूलों के स्टॉक के खाद्य पदार्थों को जरूरतमंद लोगों को बांटा जाएगा. जिला कलेक्टर संदेश नायक ने खाद्य पदार्थों के वितरण के लिए उपखंड स्तर पर एसडीएम की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है.

पढ़ें- भरतपुर में सामने आया पहला Corona Positive केस, दिल्ली मरकज से लौटा था बुजुर्ग

एसडीएम की अध्यक्षता में गठित समिति स्कूलों में शेष खाद्यान्न का आंकलन कर जरूरतमंद, असहाय और गरीब लोगों की सूची वाले परिवारों को आवश्यकतानुसार स्कूल के निकटवर्ती क्षेत्रों में खाद्यान्न वितरित करेगी.

यह है समिति में शामिल

जरूरतमंदों को खाद्यान्न वितरण करने वाली समिति में एसडीएम को अध्यक्ष, विकास अधिकारी और संबंधित विद्यालय क पीईईओ को सदस्य और मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को सचिव बनाया गया है.

5 किलो गेहूं /आटा और एक किलो चावल

उपखंड अधिकारी द्वारा तैयार की गई जरूरतमंद, असहाय और गरीब व्यक्तियों की सूची वाले परिवारों को आवश्यकतानुसार एक परिवार को एक बार में पांच किलो गेहूं/आटा और एक किलो चावल बांटा जाएगा.

पढे़ं: बाड़मेर: चौहटन में लॉकडाउन के दौरान बेवजह घूमने वालों पर पुलिस सख्त, वाहन जब्त करने की कार्रवाई शुरू

गुणवत्ता की जांच भी होगी

कलेक्टर संदेश नायक की ओर से जारी किए आदेश के अनुसार जरूरतमंद लोगों को खाद्यान्न वितरण करने से पूर्व खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की जांच करनी होगी. खाद्य सामग्री गुणवत्तापूर्ण होने के बाद ही करने के बाद ही वितरित की जाएगी. ऐसे में जिले के सरकारी स्कूलों में रखी गई खाद्य सामग्री का सही उपयोग हो सकेगा.

चूरू. प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते लॉकडाउन के कारण सरकारी स्कूल बंद है. ऐसे में कई स्कूलों में मिड-डे मील का आटा, चावल और दूसरे खाद्य पदार्थ का स्टॉक उपलब्ध है. अब जिले के सरकारी स्कूलों के स्टॉक के खाद्य पदार्थों को जरूरतमंद लोगों को बांटा जाएगा. जिला कलेक्टर संदेश नायक ने खाद्य पदार्थों के वितरण के लिए उपखंड स्तर पर एसडीएम की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया है.

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एसडीएम की अध्यक्षता में गठित समिति स्कूलों में शेष खाद्यान्न का आंकलन कर जरूरतमंद, असहाय और गरीब लोगों की सूची वाले परिवारों को आवश्यकतानुसार स्कूल के निकटवर्ती क्षेत्रों में खाद्यान्न वितरित करेगी.

यह है समिति में शामिल

जरूरतमंदों को खाद्यान्न वितरण करने वाली समिति में एसडीएम को अध्यक्ष, विकास अधिकारी और संबंधित विद्यालय क पीईईओ को सदस्य और मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को सचिव बनाया गया है.

5 किलो गेहूं /आटा और एक किलो चावल

उपखंड अधिकारी द्वारा तैयार की गई जरूरतमंद, असहाय और गरीब व्यक्तियों की सूची वाले परिवारों को आवश्यकतानुसार एक परिवार को एक बार में पांच किलो गेहूं/आटा और एक किलो चावल बांटा जाएगा.

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गुणवत्ता की जांच भी होगी

कलेक्टर संदेश नायक की ओर से जारी किए आदेश के अनुसार जरूरतमंद लोगों को खाद्यान्न वितरण करने से पूर्व खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की जांच करनी होगी. खाद्य सामग्री गुणवत्तापूर्ण होने के बाद ही करने के बाद ही वितरित की जाएगी. ऐसे में जिले के सरकारी स्कूलों में रखी गई खाद्य सामग्री का सही उपयोग हो सकेगा.

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