चूरू. सरदारशहर के ग्रामीण इलाकों में टिड्डी दल ने बीते दो दिन से डेरा डाल रखा है. टिड्डी नियंत्रण दल और कृषि विभाग के अधिकारी टिड्डियों को कीटनाशक से खत्म करने की कोशिश में जुटे हुए हैं. लेकिन टिड्डियों की संख्या लाखों में होने से सारे प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं.
टिड्डी दल ने खेजड़ी के पेड़ों को अपना ठिकाना बना रखा है. ऐसे में संसाधनों के कमी के चलते टिड्डियों पर कीटनाशक छिड़कना मुश्किल हो गया है. हालांकि फिर भी टिड्डी नियंत्रण दल से सदस्य हालात को नियंत्रण में करने में लगे हुए हैं. वहीं, अब बुधवार को सुबह फिर से टिड्डियों को मारने के लिए अभियान छेड़ा जाएगा. टिड्डी मंडल कार्यालय की ओर से इस संबंध में कार्य योजना तैयार कर ली गयी है.
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टिड्डी मंडल कार्यालय के अधिकारियों के मुताबिक टिड्डियों की संख्या लाखों में हैं. ऐसे में इन पर कंट्रोल करने में मुश्किल आ रही है. हवा के विपरीत भी इनका मूवमेंट हो रहा है. ऐसे में अगला पड़ाव क्या होगा ये तय करने में भी दिक्कत हो रही है. विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इलाके में इन्हीं दिनों में टिड्डियों का ये दूसरी बार हमला हुआ है.
किसानों को ये नुकसान...
टिड्डी दल ने इलाके में नरमा, कपास और मूंगफली की फसल को नुकसान पंहुचाया है. सरदारशहर विधायक भंवर लाल शर्मा ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा दिलवाने और कीटनाशक उपलब्ध करवाने की मांग की है. एमएलए शर्मा ने कृषि विभाग के अधिकारियों को भी प्रभावित इलाकों का जायजा लेने के निर्देश दिए हैं.
झालावाड़ के डग में टिड्डियों का आतंक
झालावाड़ के सरोज गांव में बड़े टिड्डी दल ने अलग-अलग झुंड के साथ दस्तक दी, जिससे किसानों में हड़कंप मच गया. टिड्डी दल करीब 15 से 20 मिनट तक रुककर संतरों के पेड़ों में नुकसान कर मध्य प्रदेश के गरोठ की साइट निकल गई. सरोद गांव के सरपंच शंभू सिंह ने बताया कि अचानक आए टिड्डी दल ने खेतों पर हमला कर दिया, जिससे किसानों ने भारी मशक्कत कर थाली बजाकर भगाया. टिड्डियों के प्रकोप से राहत के लिए उच्चाधिकारियों को अवगत कराया, जिस पर पटवारी और तहसीलदार ने सरोद गांव पहुंचकर खेतों का मुआयना किया.
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जानकारी के अनुसार टिड्डी दल अलग-अलग झुंड में एक दर्जन से अधिक गांवों में होकर निकला. किसानों ने ढोल, डिब्बे और थालियां आदि बजाकर उन्हें वहां से भगाया. भारी तादाद मे पहुंचा यह टिड्डियों का झुंड खेतों में खड़ी हरी चरी, रचके आदि की फसलों पर बैठ रहा था. मंगलवार दोपहर चार बजे के आसपास खबर मिली कि टिड्डियों के झुंड बंट गये हैं, जिनमें से कुछ मध्य प्रदेश की सीमा मे चले गये तो कुछ चौमहला साइड के गांवों में उड़ निकले.