चूरू. जिले में 9 महीने से 15 वर्ष तक की आयु के सभी बच्चों को खसरा रूबेला टीकाकरण के तहत 22 जुलाई से खसरा रूबेला अभियान शुरू किया जाएगा. जिला कलेक्टर संदेश नायक ने बताया कि 22 जुलाई से शुरू हो रहे मीजल्स रूबेला अभियान की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इस अभियान से जुड़े सभी विभाग, एनजीओ, स्कूल और दूसरी संस्थाओं ने अब तक नवाचारों के जरिए अभियान का काफी प्रचार प्रसार किया है और सभी संस्थाओं ने लगभग तैयारियां पूरी कर ली हैं.
इन स्थानों पर लगाए जाएंगे टीके
कलेक्टर संदेश नायक ने बताया कि खसरा रूबेला अभियान के तहत सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों, केंद्रीय बोर्ड, संस्कृत स्कूल, मदरसा, आंगनवाड़ी, प्ले स्कूल, बोर्डिंग स्कूल, दिव्यांग स्कूल के साथ ही सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में टीके लगाए जाएंगे. वहीं, जिन बच्चों के पहले खसरा वैक्सीन और खसरा रूबेला वैक्सीन की खुराक दी गई है या यह पूर्व में रोग हो चुका है उन्हें भी टीका लगाया जाएगा.
नवाचारों की दी जानकारी
जिला कलेक्टर संदेश नायक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खसरा रूबेला अभियान की अब तक की की गई गतिविधियों एवं नवाचारों की जानकारी दी। कलेक्टर ने पत्रकार वार्ता में ऐसे अभिभावक जिन्होंने खसरा रूबेला टीका लगवाने की सहमति दी है, उनकी सूची रजिस्टर और कलेक्टर की ओर से खसरा रूबेला अभियान के तहत 3 स्कूली छात्राओं को पत्र दिया गया और प्रचार सामग्री की जानकारी दी गई.
जिला कलेक्टर संदेश नायक ने बताया कि 22 जुलाई से शुरू होने वाले खसरा रूबेला अभियान की तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है. सभी विभागों को इस को लेकर निर्देश दिए गए हैं. कलेक्टर ने कहा कि चूरू के आम लोगों से भी मैं अपील करता हूं कि वह भी इस अभियान के साथ जुड़ें और अपने बच्चों को टीके लगवाएं. कलेक्टर ने कहा कि यह एक जानलेवा बीमारी है, इसमें सभी को अपने बच्चों को खसरा रूबेला के रोकथाम के लिए टीके लगवाने चाहिए.