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Special: अभाव के बीच भी इन युवाओं के दिलो-दिमाग में बस देश भक्ति का जज्बा - चूरू में सेना भर्ती

चूरू के सरदारशहर में सेना में भर्ती के लिए युवाओं के पास ना तो पर्याप्त साधन थे ना तो दौड़ की तैयारी करने के लिए ट्रैक. लेकिन देश सेवा के जोश में युवाओं ने इन आभावों को भी पीछे छोड़ते हुए 30 लाख रुपए जुटाकर रनिंग ट्रैक तैयार किया. इस ट्रैक पर रोजाना सैकड़ों युवा सुबह-शाम दौड़ की तैयारी करते हुए नजर आ रहे हैं.

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सेना भर्ती के लिए दौड़ लगाते युवा
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Published : Feb 4, 2020, 12:54 PM IST

सरदारशहर (चूरू). देश की रक्षा के लिए हर हाल में सेना में जाने जज्बे को सुविधाओं का अभाव भी नहीं रोक पाया. सरदारशहर तहसील में लगातार सेना में युवाओं का चयन तेजी से हो रहा है. पिछली सेना भर्ती में सरदारशहर के एक साथ 50 युवा भारतीय सेना में चयनित हुए थे. यह जज्बा दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है.

सेना भर्ती के लिए दौड़ लगाते युवा

मगर यहां पर सेना की तैयारी के लिए किसी प्रकार की कोई सुविधाएं सार्वजनिक स्तर पर नहीं होने के कारण प्राइवेट सेना भर्ती एकेडमी की तैयारी कराने वाली कोचिंगों के पास जाकर युवाओं को अपनी जेब खाली करनी पड़ रही है. मगर यहां का युवा कब हारने वाला था.

पढ़ेंः #Corona : 20 दिन तक घरों में कैद रखा, खाने-पीने तक के पड़ गए थे लाले: चीन से लौटी MBBS छात्रा

यहां के युवाओं ने अपने निजी स्तर पर तमाम व्यवस्थाएं करने की सोची. जिसके बाद एसबीडी राजकीय महाविद्यालय के पीछे के खेल मैदान में एक भव्य और विशाल 400 मीटर का ट्रैक दौड़ने के लिए तैयार करवाने के साथ विभिन्न प्रकार के शारीरिक दक्षता के पैमानों के उपकरण भी यहां पर लगाए गए. यहां विभिन्न प्रकार के व्यायाम, लंबी कूद, ऊंची कूद जैसी सुविधाएं भी की गई. इसी के साथ यहां पर अनेक प्रकार की और व्यवस्था करने के साथ 30 लाख रुपए सरदारशहर तहसील के युवाओं ने जोड़कर एक प्राइवेट एकेडमी से काफी अच्छा रनिंग ट्रैक तैयार करके प्राइवेट एकेडमी को ठेंगा दिखा दिया. इस ट्रैक पर रोजाना सैकड़ों युवा सुबह-शाम दौड़ की तैयारी करते हुए नजर आ रहे हैं.

पढ़ेंः स्पेशल: एक मां...दिव्यांग बेटे के गम ने ऐसा बदला की, आज अकेले संवार रहीं 70 बच्चों का भविष्य

इन युवाओं का नेतृत्व कॉलेज के पूर्व अध्यक्ष हंसराज सिद्ध कि ओर से किया गया. सिद्ध ने युवाओं की टीम के दम पर यह सब कर दिखाया. निश्चित रूप से आने वाले समय में सैंकड़ों ही नहीं हजारों युवा सेना में जाकर देश की रक्षा इसी जज्बे से करेंगे. हंसराज सिद्ध ने बताया कि आज से कुछ समय पहले सेना भर्ती तैयारी के लिए युवा सड़कों पर दौड़ते थे. एक दिन दौड़ते समय एक युवा अज्ञात वाहन की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई. उसके बाद उन्होंने मन में ठान लिया की अगर युवाओं के मन में देश भक्ति का जज्बा है तो वह युवाओं के लिए आगे आएंगे और उनके दौड़ के लिए एक ट्रैक तैयार करेंगे.

पढ़ेंः वर्ल्ड कैंसर-डेः देश में हर दिन मर रहे 1300 लोग, हाड़ौती में 7 हजार हर साल

हंसराज सिद्ध ने सेना भर्ती ट्रैकिंग रणनीति शुरू की. राजकीय एसबीडी कॉलेज के पीछे खेल ग्राउंड खाली पड़ा था कॉलेज प्रशासन से बात कर प्रशासन की मंजूरी ली और भामाशाह के सहयोग से ट्रैक का निर्माण शुरू करवाया. वहीं आज युवाओं को सड़कों की बजाए इस ट्रैक पर दौड़ता देख हंसराज सिद्ध अति प्रसन्न होते हैं.

सरदारशहर (चूरू). देश की रक्षा के लिए हर हाल में सेना में जाने जज्बे को सुविधाओं का अभाव भी नहीं रोक पाया. सरदारशहर तहसील में लगातार सेना में युवाओं का चयन तेजी से हो रहा है. पिछली सेना भर्ती में सरदारशहर के एक साथ 50 युवा भारतीय सेना में चयनित हुए थे. यह जज्बा दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है.

सेना भर्ती के लिए दौड़ लगाते युवा

मगर यहां पर सेना की तैयारी के लिए किसी प्रकार की कोई सुविधाएं सार्वजनिक स्तर पर नहीं होने के कारण प्राइवेट सेना भर्ती एकेडमी की तैयारी कराने वाली कोचिंगों के पास जाकर युवाओं को अपनी जेब खाली करनी पड़ रही है. मगर यहां का युवा कब हारने वाला था.

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यहां के युवाओं ने अपने निजी स्तर पर तमाम व्यवस्थाएं करने की सोची. जिसके बाद एसबीडी राजकीय महाविद्यालय के पीछे के खेल मैदान में एक भव्य और विशाल 400 मीटर का ट्रैक दौड़ने के लिए तैयार करवाने के साथ विभिन्न प्रकार के शारीरिक दक्षता के पैमानों के उपकरण भी यहां पर लगाए गए. यहां विभिन्न प्रकार के व्यायाम, लंबी कूद, ऊंची कूद जैसी सुविधाएं भी की गई. इसी के साथ यहां पर अनेक प्रकार की और व्यवस्था करने के साथ 30 लाख रुपए सरदारशहर तहसील के युवाओं ने जोड़कर एक प्राइवेट एकेडमी से काफी अच्छा रनिंग ट्रैक तैयार करके प्राइवेट एकेडमी को ठेंगा दिखा दिया. इस ट्रैक पर रोजाना सैकड़ों युवा सुबह-शाम दौड़ की तैयारी करते हुए नजर आ रहे हैं.

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इन युवाओं का नेतृत्व कॉलेज के पूर्व अध्यक्ष हंसराज सिद्ध कि ओर से किया गया. सिद्ध ने युवाओं की टीम के दम पर यह सब कर दिखाया. निश्चित रूप से आने वाले समय में सैंकड़ों ही नहीं हजारों युवा सेना में जाकर देश की रक्षा इसी जज्बे से करेंगे. हंसराज सिद्ध ने बताया कि आज से कुछ समय पहले सेना भर्ती तैयारी के लिए युवा सड़कों पर दौड़ते थे. एक दिन दौड़ते समय एक युवा अज्ञात वाहन की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई. उसके बाद उन्होंने मन में ठान लिया की अगर युवाओं के मन में देश भक्ति का जज्बा है तो वह युवाओं के लिए आगे आएंगे और उनके दौड़ के लिए एक ट्रैक तैयार करेंगे.

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हंसराज सिद्ध ने सेना भर्ती ट्रैकिंग रणनीति शुरू की. राजकीय एसबीडी कॉलेज के पीछे खेल ग्राउंड खाली पड़ा था कॉलेज प्रशासन से बात कर प्रशासन की मंजूरी ली और भामाशाह के सहयोग से ट्रैक का निर्माण शुरू करवाया. वहीं आज युवाओं को सड़कों की बजाए इस ट्रैक पर दौड़ता देख हंसराज सिद्ध अति प्रसन्न होते हैं.

Intro:सरदारशहर तहसील में लगातार सेना में युवाओं का चयन तेजी से हो रहा है

यह जज्बा दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है

यहां पर सेना की तैयारी के लिए किसी प्रकार की कोई सुविधाएं सार्वजनिक स्तर पर नहीं

युवाओं ने अपने निजी स्तर पर तमाम व्यवस्थाएं माकूल

30 लाख रूपए सरदारशहर तहसील के युवाओं ने जोड़कर सेना तैयारी का ग्राउंड तैयार किया

सरदारशहर। देश की रक्षा के लिए हर हाल में सेना में जाना है, का जज्बा सुविधाओं का अभाव भी नहीं रोक पाया। सरदारशहर तहसील में लगातार सेना में युवाओं का चयन तेजी से हो रहा है और पिछली सेना भर्ती में सरदारशहर के एक साथ 50 युवा भारतीय सेना में चयनित हुए थे। यह जज्बा दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है । मगर यहां पर सेना की तैयारी के लिए किसी प्रकार की कोई सुविधाएं सार्वजनिक स्तर पर नहीं होने के कारण प्राइवेट सेना भर्ती एकेडमी की तैयारी कराने वाली कोचिंगों के पास जाकर युवाओं को अपनी जेब कटवाने पड़ रही है । मगर यहां का युवा कब हारने वाला था ।

यहां के युवाओं ने अपने निजी स्तर पर तमाम व्यवस्थाएं माकूल करने की सोची और एसबीडी राजकीय महाविद्यालय के पीछे के खेल मैदान में एक भव्य और विशाल 400 मीटर का दौड़ने का ट्रैक तैयार करवाने के साथ विभिन्न प्रकार के सेना में शारीरिक दक्षता के पैमानों के उपकरण भी यहां पर लगाए गए हैं । यहां विभिन्न प्रकार के व्यायाम ,लंबी कूद, ऊंची कूद जैसी सुविधाएं माकूल की गई है । इसी के साथ यहां पर अनेक प्रकार की ओर व्यवस्था करने के साथ 30 लाख रूपए सरदारशहर तहसील के युवाओं ने जोड़कर एक प्राइवेट एकेडमी से बहुत ज्यादा अच्छा ट्रैक तैयार करके प्राइवेट एकेडमी को ठेंगा दिखा दिया है । इस ट्रैक पर रोजाना सैकड़ों युवा सुबह-शाम दौड़ की तैयारी करते हुए नजर आ रहे हैं ।

मैं देश नहीं झुकने दूंगा की भावना के साथ युवा यहां पर दौड़ रहे हैं । तेरा एक लाल शहीद हुआ तो क्या हुआ सो लाल तेरे रखवाले हैं इस प्रकार से देश की सरहद की रक्षा के लिए यहां के युवा मेहनत के साथ-साथ संसाधन जुटाने में भी पीछे नहीं रहे हैं । इन युवाओं का नेतृत्व कॉलेज के पूर्व अध्यक्ष के हंसराज सिद्ध द्वारा किया गया और सिद्ध ने युवाओं की टीम के दम पर यह सब कर दिखाया। निश्चित रूप से आने वाले समय में सैंकड़ों ही नहीं हजारों युवा सेना में जाकर देश की रक्षा इसी जज्बे से करेंगे। Body:हंसराज सिद्ध ने बताया कि आज से कुछ समय पहले सेना भर्ती तैयारी के लिए युवा सड़कों पर दौड़ते थे एक दिन दौड़ते समय एक युवा अज्ञात वाहन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई जिसके बाद उन्होंने मन में ठान लिया की अगर युवाओं के मन में देशभक्ति का जज्बा है तो वह युवाओं के लिए आगे आएंगे और उनके दौड़ करने के लिए एक ट्रैक तैयार करेंगे फिर हंसराज सिद्ध ने सेना भर्ती ट्रैकिंग रणनीति शुरू की राजकीय एसबीडी कॉलेज के पीछे खेल ग्राउंड खाली पड़ा था कॉलेज प्रशासन से बात कर प्रशासन की मंजूरी ली और भामाशाह के सहयोग से ट्रैक का निर्माण शुरू करवाया और आज युवाओं को सड़कों की बजाए इस ट्रैक पर दौड़ता देख हंसराज सिद्ध अति प्रसन्न होते हैं

Conclusion:बाईट 1 हंसराज सिद्ध , पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष

बाईट 2 अभ्यर्थी सेना भर्ती तैयारी

बाईट 3 अभ्यर्थी सेना भर्ती तैयारी
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