सरदारशहर (चूरू). देश की रक्षा के लिए हर हाल में सेना में जाने जज्बे को सुविधाओं का अभाव भी नहीं रोक पाया. सरदारशहर तहसील में लगातार सेना में युवाओं का चयन तेजी से हो रहा है. पिछली सेना भर्ती में सरदारशहर के एक साथ 50 युवा भारतीय सेना में चयनित हुए थे. यह जज्बा दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है.
मगर यहां पर सेना की तैयारी के लिए किसी प्रकार की कोई सुविधाएं सार्वजनिक स्तर पर नहीं होने के कारण प्राइवेट सेना भर्ती एकेडमी की तैयारी कराने वाली कोचिंगों के पास जाकर युवाओं को अपनी जेब खाली करनी पड़ रही है. मगर यहां का युवा कब हारने वाला था.
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यहां के युवाओं ने अपने निजी स्तर पर तमाम व्यवस्थाएं करने की सोची. जिसके बाद एसबीडी राजकीय महाविद्यालय के पीछे के खेल मैदान में एक भव्य और विशाल 400 मीटर का ट्रैक दौड़ने के लिए तैयार करवाने के साथ विभिन्न प्रकार के शारीरिक दक्षता के पैमानों के उपकरण भी यहां पर लगाए गए. यहां विभिन्न प्रकार के व्यायाम, लंबी कूद, ऊंची कूद जैसी सुविधाएं भी की गई. इसी के साथ यहां पर अनेक प्रकार की और व्यवस्था करने के साथ 30 लाख रुपए सरदारशहर तहसील के युवाओं ने जोड़कर एक प्राइवेट एकेडमी से काफी अच्छा रनिंग ट्रैक तैयार करके प्राइवेट एकेडमी को ठेंगा दिखा दिया. इस ट्रैक पर रोजाना सैकड़ों युवा सुबह-शाम दौड़ की तैयारी करते हुए नजर आ रहे हैं.
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इन युवाओं का नेतृत्व कॉलेज के पूर्व अध्यक्ष हंसराज सिद्ध कि ओर से किया गया. सिद्ध ने युवाओं की टीम के दम पर यह सब कर दिखाया. निश्चित रूप से आने वाले समय में सैंकड़ों ही नहीं हजारों युवा सेना में जाकर देश की रक्षा इसी जज्बे से करेंगे. हंसराज सिद्ध ने बताया कि आज से कुछ समय पहले सेना भर्ती तैयारी के लिए युवा सड़कों पर दौड़ते थे. एक दिन दौड़ते समय एक युवा अज्ञात वाहन की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई. उसके बाद उन्होंने मन में ठान लिया की अगर युवाओं के मन में देश भक्ति का जज्बा है तो वह युवाओं के लिए आगे आएंगे और उनके दौड़ के लिए एक ट्रैक तैयार करेंगे.
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हंसराज सिद्ध ने सेना भर्ती ट्रैकिंग रणनीति शुरू की. राजकीय एसबीडी कॉलेज के पीछे खेल ग्राउंड खाली पड़ा था कॉलेज प्रशासन से बात कर प्रशासन की मंजूरी ली और भामाशाह के सहयोग से ट्रैक का निर्माण शुरू करवाया. वहीं आज युवाओं को सड़कों की बजाए इस ट्रैक पर दौड़ता देख हंसराज सिद्ध अति प्रसन्न होते हैं.